7वें पे कमीशन को लेकर EDMC के कर्मचारी हड़ताल पर, जगह-जगह बिखरा है कचरा
हड़ताल को लेकर सफाई कर्मचारियों का कहना है कि हमें 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ नहीं दिया जा रहा है। बेरुखी का आलम यह है कि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों से बात तक नहीं कर रहा है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। 7वें वेतनमान का लाभ देने की मांग को लेकर चल रही पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल 9वें दिन में प्रवेश कर गई है। शुक्रवार को मुहर्रम के दिन भी पूर्व दिल्ली के तमाम इलाकों में कचरा बिखरा पड़ा हुआ है। लोग गंदगी के डर से घरों से निकलने में घबरा रहे हैं। अगर लोग निकल भी रहे हैं तो मुंह पर मास्क बांधकर, क्योंकि बदबू से बुरा हाल है। कई मुख्य मार्गो पर तो कूड़े के कारण एक मार्ग को ही बंद करना पड़ा है।
हड़ताल को लेकर सफाई कर्मचारियों का कहना है कि हमें 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ नहीं दिया जा रहा है। अधिकारियों की बेरुखी का आलम यह है कि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों से बात तक नहीं कर रहा है।
इससे पहले पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारी मांगों को लेकर 8वें दिन (बृहस्पतिवार) को भी हड़ताल पर रहे। इस कारण यमुनापार कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया। वहीं, निगम और न ही दिल्ली सरकार स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि हड़ताल कब खत्म होगी? लोगों का आरोप है कि सरकार व निगम की लड़ाई में कर्मचारी हड़ताल कर देते हैं और इसका खामियाजा आम जनता को गंदगी में रहकर चुकाना पड़ता है। पहले कर्मचारी निगम को हड़ताल की चेतावनी देते होंगे, लेकिन निगम के नेता व अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था करने की जगह हाथ पर हाथ रखकर हड़ताल खत्म होने का इंतजार करते हैं। गंदगी से होने वाली परेशानी को लेकर लोग अपनी भड़ास सोशल मीडिया के जरिये निकाल रहे हैं।
कूड़े से पट गई ब्रह्मापुरी व यमुनापार विहार रोड
ब्रह्मापुरी मेन रोड का एक मार्ग कूड़े के ढेर के कारण बंद हो गया है। एक ही मार्ग पर दोनों ओर के वाहन चल रहे हैं। कूड़े के ढेर के कारण लोग घंटों जाम में फंस रहे हैं। बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं, न ही ऑफिस जाने वाले लोग। कुछ ऐसा ही हाल यमुना विहार रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास है। यहां से चंद कदमों की दूरी पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी और जोन चेयरमैन प्रमोद गुप्ता का कार्यालय है। सड़क पर कूड़ा इतना ज्यादा है कि वाहन चलाने में चालकों की हालत खराब हो रही है। स्थानीय निवासी वसीम अलवी ने बताया कि इस जगह से कूड़ा हटाने के लिए लोगों ने रात भर जागकर पहरेदारी की है, लेकिन जब से हड़ताल हुई तब से यहां पर कूड़े का अंबार लग गया है।
निजी सफाई कर्मचारियों की हुई चांदी
लोग गंदगी से इतने आजिज आ चुके हैं कि मोहल्ले के लोग आपस में पैसे जमा करके निजी सफाई कर्मचारियों से कूड़ा उठवा रहे हैं, वहीं निजी सफाई कर्मचारी भी हड़ताल का पूरा फायदा उठा रहे हैं। वे लोगों से मुंह मांगे पैसे वसूल रहे हैं। लोग मजबूरी में पैसे दे भी रहे हैं, क्योंकि उन्हें गंदगी से निजात चाहिए।