126 इंजीनियरों के सामने हैं 32 लाख घरों के ऑडिट की जिम्मेदारी
दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इमारतों के भूकंपरोधी होने को लेकर चल रही प्रक्रिया 126 इंजीनियरों के हवाले है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:
दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इमारतों के भूकंपरोधी होने को लेकर चल रही प्रक्रिया 126 इंजीनियरों के हवाले है। तीनों नगर निगम में इन 126 इंजीनियरों को भवनों के ढ़ांचागत मजबूती का ऑडिट करना है। ये कैसे संभव हो पाएगा इसका जवाब न तो निगम अधिकारियों के पास है और न ही महापौरों के पास है।
दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तीनों नगर निगम उन भवनों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में हैं जिनके कमजोर होने को लेकर संशय हैं। फिर उनका सेक्शन बिल्डिंग प्लान नहीं है। ऐसे में निगमों ने लोगों को हिदायत दी है कि वह निगम से अधिकृत इंजीनियरों से इमारत की ढ़ांचागत ऑडिट रिपोर्ट लेकर जमा करानी है। ऐसे में अगर लोग कराना भी चाहे तो भी नहीं हो सकती। क्योंकि 126 इंजीनियर चाहकर भी ये नहीं कर सकते। इसको लेकर कई आरडब्ल्यूए निगम की इस कार्य प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।