12 फरवरी से आम लोगों के लिए खुल जाएगा राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन, 10 हजार ट्यूलिप का दिखेगा मनमोहक नजारा
देश-विदेश के पर्यटकों और पर्यावरण व फूल प्रेमियों के बीच आकर्षण के केंद्र राष्ट्रपति भवन का ऐतिहासिक मुगल गार्डन 12 फरवरी से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। इस बार छह रंगों के 10 हजार से अधिक ट्यूलिप 138 प्रकार के हजाराें गुलाब स्वागत को तैयार हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। देश-विदेश के पर्यटकों और पर्यावरण व फूल प्रेमियों के बीच आकर्षण के केंद्र राष्ट्रपति भवन का ऐतिहासिक मुगल गार्डन 12 फरवरी से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। इस बार छह रंगों के 10 हजार से अधिक ट्यूलिप, 138 प्रकार के हजाराें गुलाब और 70 प्रकार के अन्य फूल स्वागत को तैयार हैं। इसी तरह हर्बल गार्डन में 21 प्रकार के औषधियों के सैकड़ों पौधे, 20 प्रकार के क्रीपर और 300 से अधिक प्रकार के बोनसाई समेत सात फव्वारों के दीदार का मौका मिलेगा। साथ चल रही वाटर चैनल भी दिल को सुकून देते हैं। मुगल गार्डन 15 एकड़ में बसा हुआ है। इसमें मुख्य गार्डन के साथ लांग गार्डन जिसे पर्दा गार्डन भी कहते हैं और सर्कुलर गार्डन है।
इसी तरह हर्बल, कैकट्स और म्यूजिकल गार्डन भी है। ब्रिटिश काल में बने इस गार्डन के कई पेड़ 75 साल से भी अधिक पुराने हैं। यहीं नहीं, मोर, कोयल, तोता समेत अन्य पक्षियों के कलवर भी सुनने को मिलेंगे। कई फूल और औषधियां खुशबू देने वाले हैं।
कब से कब तक खुलेगा
यह गार्डन सुबह 10 से शाम पांच बजे तक खुलेगा। इसमें घूमने की अवधि एक घंटे की होगी। ऐसे में शाम चार बजे तक ही प्रवेश मिलेगा। यह 16 मार्च तक खुलेगा।
क्या है विशेष
कैकट्स गार्डन में जाने की अनुमति नहीं है। इसके लिए अलग से ही मुख्य गार्डन में एक अलग से कैकट्स का गार्डन बनाया गया है, जिसमें सभी कैकट्स लगाए गए हैं। इसी तरह म्यूजिकल गार्डन में फव्वारे के साथ संगीत बजता है। विशेष बात कि इस बार ट्यूलिप गमलों में भी लगाए गए हैं। वहीं, डेहलिया यहां 10 से 12 फूट लंबा है, जो देश में कहीं और नहीं है। चाइना संतरा के पेड़ों की कतारें साथ चलती है तो चाइना मैन गुलाब भी चौकाएगा।
कैसे मिलेगा प्रवेश
इसके लिए राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर जाकर आनलाइन बुकिंग करानी होगी। यह पूरी तरह से निश्शुल्क है। बुकिंग प्रक्रिया 11 फरवरी से शुरू हो जाएगी। 10 वर्ष से छोटे व 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना को देखते हुए प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विशेष बात कि मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति रहेगी। एक बार में 100 लाेगों को ही प्रवेश मिलेगा। आनलाइन फार्म में बताना होगा कि उसे कोरोना है कि नहीं। गेट नंबर 35 से प्रवेश मिलेगा।
कैसे होता है रखरखाव
बारिश, धूप और सर्दी से भी नाजुक फूलों व पौधों को बचाना होता है। इसके लिए समय-समय पर फूलों को प्लास्टिक से कवर किया जाता है। गार्डन की देखभाल के लिए कोई कर्मचारी तैनात हैं जो बंदरों और चिड़ियों से भी फूलों को बचाते हैं।