यूएई की टीम में हैं पार्ट टाइम क्रिकेटर
नई दिल्ली [रूपेश रंजन सिंह]। आगामी टी-20 विश्व कप में छह एसोसिएट देश भी अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे। यह पहली बार है जब आइसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट में इतने एसोसिएट देश भाग ले रहे हैं। हालांकि इन्हें मुख्य दौर में जगह बनाने से पहले क्वालीफायर से गुजरना होगा, फिर भी इतिहास में यही दर्ज होगा कि टी-20 विश्व कप 2014 में उन्होंने भाग लिया।
नई दिल्ली [रूपेश रंजन सिंह]। आगामी टी-20 विश्व कप में छह एसोसिएट देश भी अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे। यह पहली बार है जब आइसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट में इतने एसोसिएट देश भाग ले रहे हैं। हालांकि इन्हें मुख्य दौर में जगह बनाने से पहले क्वालीफायर से गुजरना होगा, फिर भी इतिहास में यही दर्ज होगा कि टी-20 विश्व कप 2014 में उन्होंने भाग लिया। टीमें भले ही कमजोर नजर आएं, लेकिन खिलाड़ियों के इरादे बेहद मजबूत हैं। तभी वे यहां तक का सफर पूरा कर सके। हर टीम की अपनी कहानी है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की टीम 18 साल बाद किसी बड़े टूर्नामेंट में खेल रही है, जबकि नेपाल और हांगकांग के लिए यह पहला मौका है। आयरलैंड और अफगानिस्तान की ऐसी टीमें हैं जो टेस्ट खेलने वाले बांग्लादेश और जिंबाब्वे को कड़ी टक्कर देने की कुव्वत रखते हैं। 2009 टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड को हराकर तहलका मचा देने वाली डच (नीदरलैंड्स) टीम को हल्के में लेने की गलती कोई नहीं करेगा।
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यूएई की टीम तो ऐसी है जिसमें खेल रहे खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट शौक की माफिक है। टीम के कप्तान खुर्रम खान खुद अमीरात एयरलाइंस के कारिंदे हैं। उनके साथी विक्रांत शेंट्टी खुद को एमेच्योर क्रिकेटर बताते हैं और अपना ज्यादातर समय उस एटवरटाइजिंग कंपनी को देते हैं, जहां वह मीडिया प्लानर के तौर पर कार्यरत हैं। वह फिलहाल अपनी कंपनी की तरफ से सालाना छुंट्टी लेकर टूर्नामेंट में भाग लेने आए हुए हैं। अपने काम से जब इन्हें फुर्सत मिलती है तो ये इकंट्टठा होकर क्रिकेट खेल लिया करते हैं। खिलाड़ी खुद कहते हैं कि यूएई में क्रिकेट को करियर के तौर पर नहीं ले सकते।
यूएई ने पहली बार 1996 में आइसीसी विश्व कप में भाग लिया था। इसके बाद से उसकी टीम विश्व पटल से नदारद ही रही। लेकिन वहां एक बार फिर क्रिकेट पैर पसार रहा है। यूएई की अंडर-19 टीम ने पिछले महीने संपन्न हुए विश्व कप टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया, इसके बाद सीनियर टीम ने और दो कदम आगे बढ़ते हुए आइसीसी टी-20 विश्व कप और अगले साल होने वाले आइसीसी विश्व कप में भी खेलने का टिकट कटाया। खिलाड़ियों की मेहनत और सफलता को देखते हुए अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें केंद्रीय अनुबंध भी दे दिया है।
यूएई की टीम टूर्नामेंट के क्वालीफाइंग दौर में ग्रुप 'बी' में है, जिसमें जिंबाब्वे और आयरलैंड की टीमें भी हैं। यूएई के खिलाड़ी जोश में हैं, लेकिन यह सच है कि टीम के लिए मुख्य दौर में जगह बनाना आसान नहीं होगा, लेकिन दूसरा सच यह भी है कि गैरपेशेवर खिलाड़ियों के लिए विश्व कप टूर्नामेंट में भाग लेना ही किसी जीत से कम नहीं।