टी-20 विश्व कप में मुश्किल है भारत की राह!
क्रिकेट के सबसे छोटे संस्करण के विश्व कप का पहला खिताब जीतने वाली टीम इंडिया दोबारा इस टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं कर सकी है। भारतीय टीम की हालत इस बार भी खराब ही है और टी-20 विश्व कप के पांचवें संस्करण में भी उसकी राह कठिन नजर आ रही है। बांग्लादेश में 16 मार्च से शुरू होने वाले पांचवें विश्व कप
[अभिषेक त्रिपाठी], नई दिल्ली। क्रिकेट के सबसे छोटे संस्करण के विश्व कप का पहला खिताब जीतने वाली टीम इंडिया दोबारा इस टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं कर सकी है। भारतीय टीम की हालत इस बार भी खराब ही है और टी-20 विश्व कप के पांचवें संस्करण में भी उसकी राह कठिन नजर आ रही है। बांग्लादेश में 16 मार्च से शुरू होने वाले पांचवें विश्व कप से पहले भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और एशिया कप में निराशाजनक परिणाम मिले हैं। भारतीय टीम में युवाओं की भरमार है, लेकिन ये लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के टीम चयन व कोच डंकन फ्लेचर की उपयोगिता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
पाकिस्तान, वेस्टइंडीज व ऑस्ट्रेलिया के ग्रुप में भारत
भारत को इस बार विश्व कप में ग्रुप-दो में रखा गया, जिसमें उसका सामना पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया व क्वालीफाइंग के ग्रुप-ए में शीर्ष पर रहने वाली टीम से होगा। वेस्टइंडीज मौजूदा चैंपियन है और उसके खिलाफ भारत को इस टूर्नामेंट में अब भी पहली जीत की दरकार है। कैरेबियाई टीम ने भारत को 2009 व 2010 में हराया था। ऑस्ट्रेलिया को भारत ने 2007 के सेमीफाइनल में हराया था। इसके बाद भारतीय टीम को टी-20 विश्व कप में अगले दो मैचों में कंगारुओं ने धो-धोकर हराया। भारत ने वनडे विश्व कप व टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान को हमेशा हराया है।
2007 के बाद सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई टीम
भारत ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए पहले टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था। इस टूर्नामेंट में भारत का पहला मुकाबला 21 मार्च को पाकिस्तान से ही होना है, जिसने हाल ही में एशिया कप में टीम इंडिया को हार का स्वाद चखाया है। 2007 के बाद बाद टीम इंडिया टी-20 विश्व कप में कभी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। भारत इसके बाद अगले तीन टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भी जगह नहीं बना पाया था। भारत ने 2009 में इंग्लैंड में अपने पहले दो मैचों में बांग्लादेश व आयरलैंड को हराया, लेकिन वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से अगले तीन मैच हारने से वह सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाया। 2010 में वेस्टइंडीज में भारत ने अफगानिस्तान व दक्षिण अफ्रीका को हराया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और श्रीलंका से हार गया। 2012 में श्रीलंका में खेले गए पिछले टूर्नामेंट में धौनी की टीम ने लीग चरण के पांच में से चार मैच जीते, लेकिन नेट रन रेट में पाकिस्तान से पिछड़ने के कारण नॉकआउट दौर में जगह नहीं बना पाई।
पहले क्वालीफायर्स फिर मुख्य दौर
टी-20 विश्व कप इस बार दो चरणों में होगा। पहले क्वालीफायर्स होंगे फिर मुख्य दौर। क्वालीफायर्स में आठ टीमें हैं, जिन्हें ग्रुप-ए और ग्रुप-बी में बांटा गया है। क्वालीफायर ग्रुप-ए में बांग्लादेश, अफगानिस्तान, हांगकांग व नेपाल की टीमें हैं। ग्रुप-ए में शीर्ष में रहने वाली टीम मुख्य दौर में ग्रुप-दो में जगह बनाएगी। यानि इनमें से एक टीम मुख्य दौर में भारत के ग्रुप में पहुंचेगी।
वहीं दूसरे क्वालीफायर्स ग्रुप-बी में आयरलैंड, जिंबाब्वे, नीदरलैंड्स व संयुक्त अरब अमीरात हैं। इस ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम मुख्य दौर के ग्रुप-एक में प्रवेश करेगी। ग्रुप-एक में दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, इंग्लैंड व न्यूजीलैंड की टीमें पहले से ही शामिल हैं।
14 को रवाना होगी टीम इंडिया
चौतरफा आलोचनाओं का सामना कर रही भारतीय टीम 14 मार्च को बांग्लादेश रवाना होगी। बीसीसीआइ सूत्रों के मुताबिक, भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी व कोच डंकन फ्लेचर ढाका रवाना होने से पहले मीडिया से मुखातिब नहीं होंगे। टीम इंडिया ढाका पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस करेगी। कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली की अगुआई वाली टीम जब 23 फरवरी को एशिया कप के लिए रवाना हुई थी, तब भी कोई प्रेस काफ्रेंस नहीं हुई थी।