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Ind VS SA: पहले वनडे में डरबन में दोनों टीमें होंगी आमने-सामने

पहले वनडे में डरबन में अब होगी भारतीय टीम की परीक्षा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Wed, 31 Jan 2018 08:19 PM (IST)Updated: Thu, 01 Feb 2018 03:57 PM (IST)
Ind VS SA: पहले वनडे में डरबन में दोनों टीमें होंगी आमने-सामने
Ind VS SA: पहले वनडे में डरबन में दोनों टीमें होंगी आमने-सामने

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v>डरबन, प्रेट्र। तीसरा और अंतिम टेस्ट जीतकर उत्साह से भरे भारत और मेजबान दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे मैचों की सीरीज गुरुवार से शुरू हो रही है। इस सीरीज में भारत टेस्ट मैचों की सीरीज में मिली हार का बदला चुकाना चाहेगा। भारतीय टीम छह मैचों की वनडे सीरीज में बढ़े मनोबल के साथ उतरेगी और उसका लक्ष्य दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर अपनी पहली वनडे सीरीज जीतकर नया इतिहास रचना होगा।

यही नहीं, विश्व कप 2019 के लिए अब सिर्फ 14 महीने का समय बचा है और ऐसे में भारत इस सीरीज से क्रिकेट महाकुंभ के लिए अपनी तैयारियों की भी शुरुआत करेगा। भारत को अपनी बड़ी टेस्ट सीरीज से पहले काफी वनडे मैच खेलने हैं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसकी सकारात्मक शुरुआत करना उसके लिए बेहद जरूरी है। भारत को दक्षिण अफ्रीका से छह वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने के बाद श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज में भाग लेना है। इसके बाद आइपीएल होगा, जबकि उसके बाद उसे इंग्लैंड और आयरलैंड में तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने हैं। इंग्लैंड में अगस्त में वह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा। इतने अधिक वनडे मैचों विशेषकर दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के प्रदर्शन के आधार पर टीम प्रबंधन को विश्व कप के लिए अपनी टीम सुनिश्चित करने का भी मौका मिलेगा। उसे टीम में जरूरी सुधार करने का अवसर भी मिलेगा। इस सबके बीच भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने की कोशिश करेगी।

28 में से सिर्फ पांच जीत : भारत को इससे पहले यहां खेली गई चार द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। उसने दो बार यहां त्रिकोणीय सीरीज में भी हिस्सा लिया, जिसमें तीसरी टीम जिंबाब्वे और केन्या थी, लेकिन तब भी दक्षिण अफ्रीका ही चैंपियन बना था। भारत का दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय सीरीज में रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 28 मैच खेले हैं जिनमें से केवल पांच में उसे जीत मिली है और 21 मैच भारत ने गंवाए हैं। वर्तमान भारतीय टीम प्रबंधन इस रिकॉर्ड में सुधार करने के लिए बेताब है जिसका इरादा विदेश की परिस्थितियों में भारत के प्रदर्शन में सुधार करना भी है। पहला मैच डरबन में खेला जाएगा जहां भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1992-93 से इस स्थान पर भारत ने जो सात मैच खेले हैं उनमें से छह में उसे हार मिली, जबकि एक का परिणाम नहीं निकला। हालांकि, भारत ने  2003 विश्व कप के दौरान यहां इंग्लैंड और कीनिया को हराया था। 

2016 से द्विपक्षीय सीरीज नहीं हारा भारत : यहीं नहीं, भारत की निगाह इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करके वनडे टीम रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करना भी होगा। भारत अगर 4-2 से सीरीज जीत लेता है तो वह दक्षिण अफ्रीका की जगह शीर्ष पर पहुंच जाएगा। दोनों टीमों के बीच अभी सिर्फ दो रेटिंग अंकों का अंतर है। विराट कोहली की टीम ने पिछले सप्ताह वांडरर्स में तीसरा टेस्ट जीतकर टेस्ट मैचों में नंबर एक रैंकिंग भी बरकरार रखी। दक्षिण अफ्रीका ने भले ही टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती, लेकिन जोहांनिसबर्ग में तीसरा मैच उसने 63 रन से गंवाया, जहां की पिच को आइसीसी मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ने खराब करार दिया। भारत का फिलहाल वनडे रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। उसने जनवरी 2016 में आस्ट्रेलिया से 1-4 से सीरीज गंवाने के बाद एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं गंवाई है। इस बीच उसने जिंबाब्वे, न्यूजीलैंड (दो बार), इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका (दो बार) और ऑस्ट्रेलिया को हराया। इस दौरान भारत ने द्विपक्षीय सीरीज के 32 में से 24 मैच जीते। भारत इस बीच सिर्फ इंग्लैंड में पिछले साल खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से पराजित हुआ था। भारतीय टीम अच्छी फॉर्म में है। कप्तान कोहली श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में नहीं खेले थे। इसलिए मध्य क्रम में एक या दो स्थानों पर फैसला करना होगा। श्रेयस अय्यर ने इस बीच अच्छी फॉर्म दिखाई थी और इसलिए उनका पक्ष मजबूत है, लेकिन यहां अनुभव को भी तवज्जो दी जाएगी और दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे भी एक स्थान की दौड़ में हैं।

कुलदीप का दावा मजबूत : पिच भूरी दिख रही है और डरबन में बारिश भी हुई है। गुरुवार को भी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। ऐसे में देखना होगा कि भारत कितने स्पिनरों के साथ उतरता है। अगर एक स्पिनर अंतिम एकादश में शामिल किया जाता है तो चाइनामैन कुलदीप यादव को अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल पर तवज्जो दी जा सकती है, ताकि वह डेविड मिलर और जेपी डुमिनी जैसे बायें हाथ के बल्लेबाजों पर अंकुश लगा सकें।

जोंडो कर सकते हैं पदार्पण : दक्षिण अफ्रीका की निगाह भी आगामी विश्व कप पर टिकी हैं, लेकिन उसे पहले तीन मैचों में एबी डिविलियर्स के बिना उतरना पड़ेगा, जिनकी अंगुली चोटिल है। आमतौर पर ऐसे में फरहान बेहरदीन को टीम में रखा जाता था, लेकिन इस बार उन्हें टीम में नहीं लिया गया है। डरबन में जन्मे बल्लेबाज खायलिहले जोंडो अपना पदार्पण कर सकते हैं। एक अन्य विकल्प हाशिम अमला और क्विंटन डिकॉक के साथ पारी का आगाज करने और एडेन मार्करैम को मध्य क्रम में उतारने का है। दक्षिण अफ्रीका एकमात्र स्पिनर इमरान ताहिर को लेकर उतर सकता है।

टीमें :

भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मुहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर।

दक्षिण अफ्रीका : फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, क्विंटन डि कॉक जेपी डुमिनी, इमरान ताहिर, एडेन मार्करैम, डेविड मिलर, मोर्नी मोर्केल, क्रिस मौरिस, लुंगी नगिदी, एंडिले फेलुक्वायो, कैगीसो रबादा, तबरेज शम्सी, खायलिहले जोंडो।

दक्षिण अफ्रीका में भारत का द्विपक्षीय सीरीज में प्रदर्शन

1992-93, 07, भारत 2-5 से हारा

2006-07, 05, भारत 0-4 से हारा

2010-11, 05, भारत 2-3 से हारा

2013-14, 03, भारत 0-2 से हारा

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