रैना के सामने पहाड़ सी चुनौती, टीम इंडिया में आने के लिए करना होगा कुछ खास
उप्र के बल्लेबाज हालात में तेजी से खुद ढाल नहीं पा रहे हैं और ऐसे में रैना को अपने अनुभव का लाभ टीम को देना होगा।
लखनऊ, जेएनएन। सुरेश रैना का करियर इन दिनों पटरी से उतरा हुआ है। आउट ऑफ फॉर्म चल रहे कप्तान का असर लगता है कि उत्तर प्रदेश रणजी टीम पर भी पड़ा है। ऐसे में मंगलवार से ग्रुप 'ए' के रणजी ट्रॉफी मुकाबले में जब उप्र की टीम का सामना महाराष्ट्र से होगा तो रैना के सामने दोहरी चुनौती होगी।
बतौर कप्तान वह टीम को जीत के ट्रैक पर लाना चाहेंगे वहीं व्यक्तिगत रूप से वह बल्ले और गेंद से कुछ कमाल करना चाहेंगे। इकाना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रैना के रिकॉर्ड को देखते हुए यह लक्ष्य बहुत कठिन साबित होगा।
लखनऊ के स्टेडियम में उप्र की टीम सत्र के पहले रणजी मैच में रेलवे के हाथों शिकस्त खा चुकी है, वहीं दिलीप ट्रॉफी के फाइनल में रैना की अगुआई में इंडिया ब्लू को इंडिया रेड के खिलाफ करारी शिकस्त मिली थी। दोनों मैचों में हार के बाद रैना का गुस्सा इकाना की पिच पर निकला था।
दोनों बार उन्होंने खुद का और अपने साथियों का बचाव करते हुए पिच को घटिया करार दिया था। उप्र और महाराष्ट्र का यह मैच पहले देहरादून में होना था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण इसे लखनऊ में कराने का फैसला लिया गया। महाराष्ट्र की टीम के लिए अच्छी बात यह है कि इकाना स्टेडियम में महाराष्ट्र और ओडिशा की मिट्टी का इस्तेमाल हुआ है। महाराष्ट्र का पिछला मुकाबला भी हैदराबाद के खिलाफ बारिश के कारण खेला नहीं जा सका। ऐसे में मेहमान टीम पूरी ताकत लगाकर लखनऊ में जीत दर्ज करना चाहेगी।
लाल मिट्टी से बनी पिच पर शुरुआती घंटे के बाद से स्पिनरों का बोलबाला रहने की उम्मीद है। टॉस अहम साबित होगा। सुबह ओस के कारण तेज गेंदबाजों को शुरुआती मदद मिलेगी। ऐसे में उप्र के युवा स्पिनर जीशान अंसारी से बहुत उम्मीद रहेगी, जिन्होंने रेलवे के खिलाफ भी शानदार प्रदर्शन किया था मगर उप्र की असल समस्या बल्लेबाजी है। उप्र के बल्लेबाज हालात में तेजी से खुद ढाल नहीं पा रहे हैं और ऐसे में रैना को अपने अनुभव का लाभ टीम को देना होगा। दोनों टीमों ने सोमवार को अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया।