आइपीएल: पुणे के सामने है कोलकाता को पस्त करने की 'गंभीर' चुनौती
आइपीएल के 41वें मुकाबले में गौतम गंभीर की कोलकाता नाइट राइडर्स का मुकाबला स्टीव स्मिथ की पुणे की टीम से होगा। इस मैच को जीतकर पुणे की टीम जीत की हैट्रिक लगाना चाहेगी।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। कप्तान गौतम गंभीर के नेतृत्व में कोलकाता नाइटराइडर्स बुधवार को जब घरेलू मैदान ईडन गार्डेस पर राइजिंग पुणे सुपरजाइंट से मौजूदा सत्र में दूसरी बार भिड़ने उतरेगी तो उसकी निगाह प्ले ऑफ में जगह पक्की करने पर होगी। हालांकि, पहली भिड़ंत में पुणे को उसी के मैदान पर सात विकेट से मात देने वाली कोलकाता के लिए इस बार यह इतना सहज नहीं होगा। शुरुआती झटकों से उबरकर पुणे सुपरचार्ज हो चुकी है। पिछले दो मैच जीतने के बाद अब उसकी नजर न सिर्फ जीत की हैटिक लगाने पर है, बल्कि वह कोलकाता से पिछली हार का बदला भी लेना चाहेगी।
हार के बाद जीत की तिकड़ी : पिछले मैच में हैदराबाद से हारने के बावजूद कोलकाता के लिए घबराने जैसी कोई बात नहीं है। इस सत्र में हार हर बार कोलकाता के लिए जीत का उपहार लाई है, वो भी हैटिक के रूप में। मुंबई से हार के बाद कोलकाता ने लगातार तीन मैच जीते। इस सिलसिले को गुजरात ने तोड़ा तो कोलकाता ने फिर जीत की हैटिक लगाई।
मध्य क्रम पर देना होगा ध्यान : गंभीर, रॉबिन उथप्पा और मनीष पांडे की शानदार बल्लेबाजी के पीछे छिपी रही कोलकाता के मध्यक्रम की कमजोरी पिछले मैच में खुलकर सामने आ गई। सूर्यकुमार यादव और शेल्डन जैक्सन दोनों नाकाम रहे हैं। यूसुफ पठान का बल्ला भी नहीं गरजा। ऐसे में उन पर निश्चित रूप से बड़ी पारी का दबाव है। सलामी बल्लेबाज के तौर पर सुनील नरेन की नाकामी भी चिंता का सबब बन गई है। उथप्पा शानदार फॉर्म में हैं। मनीष भी अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं। वहीं पिछले मैच में गेंदबाज बिल्कुल नहीं चले और पहली बार उन्होंने 200 से अधिक रन लुटा दिए। सिर्फ क्रिस वोक्स को एकमात्र विकेट मिला।
पटरी पर पुणे : पुणे सही मौके पर पटरी पर लौट आई है। बेन स्टोक्स ने गुजरात लायंस के खिलाफ पिछले मैच में यह बता दिया कि वह इस सत्र में सबसे महंगे क्यों बिके। रहाणे और राहुल त्रिपाठी पर अच्छी शुरुआत देकर मध्य क्रम पर दबाव नहीं पड़ने देने का दारोमदार जरूर होगा। कप्तान स्टीव स्मिथ, एमएस धौनी और स्थानीय खिलाड़ी मनोज तिवारी से भी अच्छी पारी की उम्मीद होगी, जो पिछले मैच में विफल रहे थे। गेंदबाजी का दारोमदार जयदेव उनादकट और इमरान ताहिर पर होगा।