हैदराबाद से बदला लेकर इस साल अच्छी शुरुआत करना चाहेगा कोलकाता
केकेआर की निगाह निश्चित रूप से हैदराबाद से पिछले साल एलिमिनेटर में मिली मात का बदला चुकाने पर भी होगी।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। किंग्स इलेवन पंजाब को करारी शिकस्त देने के बाद गौतम गंभीर की सेना अब शनिवार को आइपीएल-10 में गत चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर कोलकातावासियों को बांग्ला नववर्ष के दिन जीत का तोहफा देने की कोशिश करेगी। महज एक दिन के अंतराल में दूसरी बार अपने घरेलू मैदान में उतरने वाली कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की निगाह निश्चित रूप से हैदराबाद से पिछले साल एलिमिनेटर में मिली मात का बदला चुकाने पर भी होगी। इसके साथ ही वह पंजाब पर मिली जीत से हासिल हुए शीर्ष स्थान पर काबिज रहने की भी पूरी कोशिश करेगी।
वहीं, दूसरी तरफ टूर्नामेंट में दो जीतों के साथ शुरुआत करने वाली मेहमान टीम पिछले मैच में मुंबई के हाथों मिली हार के बाद वापस जीत की लय हासिल करना चाहेगी। आंकड़े एक बार फिर कोलकाता का ही पलड़ा भारी बता रहे हैं। दोनों टीमों के बीच अब तक हुए नौ मुकाबलों में कोलकाता को छह व हैदराबाद को तीन में जीत हासिल हुई है।
लिन को लेकर अनिश्चितता
कंधे की चोट से जूझ रहे केकेआर के सलामी बल्लेबाज क्रिस लिन को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। ऐसे में कप्तान गंभीर एक बार फिर 'चमत्कारी' सुनील नरेन के साथ पारी शुरू कर सकते हैं। हालांकि ये मैच के हालात पर भी निर्भर करेगा, क्योंकि रॉबिन उथप्पा के रूप में एक अनुभवी सलामी बल्लेबाज है। गंभीर जबर्दस्त फॉर्म में हैं।
उन्होंने पंजाब के खिलाफ आइपीएल में 33वां पचासा जड़कर डेविड वार्नर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है और फिलहाल आरेंज कैप पहने हुए हैं। पिछले दो मैचों में मनीष पांडेय की बल्लेबाजी में भी निरंतरता दिखी है। मध्यक्रम में यूसुफ पठान और सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी को मजबूत करते हैं।
उमेश की वापसी से आई जान
तेज गेंदबाज उमेश यादव की शानदार वापसी से पहले दो मैचों में सुस्त नजर आ रही कोलकाता की गेंदबाजी में अचानक जान आ गई है। यादव ने पंजाब के खिलाफ चार विकेट चटकाए। क्रिस वोक्स ने भी आखिर में दो विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की है। शनिवार के मैच में ट्रेंट बोल्ट के बदले ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर विचार किया जा सकता है।
हैदराबाद में भी है दम
हैदराबाद की बल्लेबाजी जितनी मजबूत है, गेंदबाजी भी उतनी ही सशक्त। टीम में कप्तान डेविड वार्नर, युवराज सिंह और शिखर धवन जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं तो भुवनेश्वर कुमार, आशीष नेहरा और राशिद खान जैसे गेंदबाज। भुवनेश्वर तीन मैचों में सात तो राशिद छह विकेट चटका चुके हैं। केन विलियमसन जैसा धाकड़ ऑलराउंडर भी है। वार्नर व धवन अच्छी फॉर्म में हैं।