हार के बावजूद भी इस टीम ने जीता दिल, सब बोल उठे वाह...वाह...वाह
मेहमान टीम की तरफ से कप्तान ग्रेम क्रीमर ने चार विकेट लिए। सीन विलियम्स को दो विकेट मिले। जिम्बाब्वे ने हर दिन श्रीलंका को अच्छी टक्कर दी।
कोलंबो, जेएनएन। बेहद संघर्ष और शानदार खेल भी जिम्बाब्वे को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए इकलौते टेस्ट मैच में जीत नहीं दिला सका। मैच के अंतिम दिन मंगलवार को श्रीलंका ने जिम्बाब्वे को चार विकेट से हरा दिया। लेकिन इस हार में भी जिम्बाब्वे की जीत है। क्योंकि जिस तरह का खेल जिम्बाब्वे ने इस मैच में दिखाया वो काबिलेतारीफ रहा। एक समय में तो टेस्ट क्रिकेट की 10वें नंबर की टीम ने सातवें नंबर की मेजबान टीम श्रीलंका के पसीने ही छुड़ा दिए थे।
श्रीलंका ने बनाया रिकॉर्ड
मेहमान टीम ने श्रीलंका के सामने चौथी पारी में जीत के लिए 388 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे उसने 114.5 ओवरों में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया। यह श्रीलंका में किसी भी टीम द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है। इससे पहले श्रीलंका ने 2006 में द. अफ्रीका के खिलाफ 9 विकेट खोकर 352 रन का लक्ष्य हासिल किया था।
शर्मनाक हार से बची श्रीलंका
लक्ष्य हासिल करने में हालांकि श्रीलंका को मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन निरोशन डिकवेला (81) और असेला गुणरत्ने (नाबाद 80) ने छठे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई। श्रीलंका ने अपने पांच विकेट के लिए 203 रनों पर ही गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद डिकवेला और गुणारत्ने ने श्रीलंका को शर्मनाक हार से बचा लिया।
निरोशन और गुणारत्ने ने संभाली पारी
श्रीलंका ने दिन की शुरुआत अपने चौथे दिन के स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 170 रनों से की। कल के नाबाद बल्लेबाज कुशल मेंडिस (66) और एंजेलो मैथ्यूज (25) जल्द ही पवेलियन लौट लिए थे। यहां से निरोशन और गुणारत्ने ने 324 रनों तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया। शतक की ओर बढ़ रहे निरोशन को सीन विलियम्स ने पवेलियन की रहा दिखाते हुए एक बार फिर जिम्बाब्वे को जीत की उम्मीद जगाई, लेकिन दूसरे छोर पर खड़े गुणारत्ने ने कुशल परेरा (नाबाद 29) के साथ बाकी के रन जोड़ते हुए टीम को जीत दिला दी।
जिम्बाब्वे ने भी जीता दिल
मेहमान टीम की तरफ से कप्तान ग्रेम क्रीमर ने चार विकेट लिए। सीन विलियम्स को दो विकेट मिले। जिम्बाब्वे ने हर दिन श्रीलंका को अच्छी टक्कर दी। पहली पारी में इर्विन ने 160 रन की दमदार पारी खेली तो दूसरी पारी में सिकंदर रजा ने शतक जमाते हुए 127 रन बनाए। जिम्बाब्वे ने अपनी पहली पारी में 356 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। श्रीलंका की टीम इसके जवाब में अपनी पहली पारी में 346 रन ही बना सकी। जिम्बाब्वे ने दूसरी पारी में 377 रन बनाते हुए श्रीलंका को 388 रनों का मजबूत लक्ष्य दिया था।