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Ind vs Aus: जीत से छह कदम दूर टीम इंडिया, फिर भी रहना होगा सावधान

चौथे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट के नुकसान पर 104 रन बना लिए हैं। टीम इंडिया को एडिलेड जीतने के लिए छह विकेट की दरकार है।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 01:12 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 01:38 PM (IST)
Ind vs Aus: जीत से छह कदम दूर टीम इंडिया, फिर भी रहना होगा सावधान
Ind vs Aus: जीत से छह कदम दूर टीम इंडिया, फिर भी रहना होगा सावधान

एडिलेड, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के चौथा दिन का खेल खत्म हो गया है। इस मैच में भारतीय टीम ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है, क्योंकि चौथे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट के नुकसान पर 104 रन बना लिए हैं। इस मैच को जीतने के लिए उसे 219 रन और बनाने हैं। वहीं दूसरी तरफ टीम इंडिया को एडिलेड जीतने के लिए छह विकेट की दरकार है। पांचवें दिन आर. अश्विन पर ऑस्ट्रेलिया को समेटने का दारोमदार होगा। चौथे दिन का खेल खत्म होने पर शॉन मार्श 31 और ट्रेविस हेड 11 रन पर खेल रहे थे।

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टीम इंडिया को रहना होगा सावधान

इसमें कोई शक नहीं कि टीम इंडिया ने इस टेस्ट मैच में अपना शिकंज़ा कंगारुओं पर कस लिया है, लेकिन फिर भी कोहली एंड कंपनी को थोड़ा सावधान रहना होगा। ऑस्ट्रेलिया को पांचवें दिन 219 रन की दरकार है और अगर ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों के बीच एक-दो 50-60 रन की अच्छी साझेदारी हो गई तो फिर ये मैच भारत के हाथ से निकल भी सकता है। ऐसा न हो, इसके लिए जरुरी है कि भारतीय गेंदबाज़ ऑस्ट्रेलियाई को लगातार झटके देते रहे और भारत की जीत की उम्मीदों को और मजबूत करते रहें। पांचवें दिन भारतीय गेंदबाज़ों में जिस खिलाड़ी पर सबसे ज़्यादा दारोमदार होगा वो हैं अश्विन। पांचवें दिन की विकेट पर सभी को अश्विन से अपनी फिरकी का जादू दिखाने की उम्मीद होगी। हालांकि दूसरी पारी में जो ऑस्ट्रेलिया के चार विकेट गिरे हैं उनमें दो विकेट अश्विन पहले ही ले चुके हैं। अश्विन के अलावा बाकी के दो विकेट मोहम्मद शमी ने लिए। 

ऐसा रहा चौथे दिन का खेल

चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो पुजारा और रहाणे ने भारत के स्कोर को आगे बढ़ाया। पुजारा और रहाणे ने अर्धशतक जड़े। हालांकि इन दोनों के बाद भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज नहीं चल पाए और उसने अपने आखिरी चार विकेट पर चार रन के अंदर गंवा दिए। पुजारा ने 71 और रहाणे ने  70 रन बनाए। इन दोंनों की मदद से भारत 307 रन बनाने में सफल रहा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन लियोन ने 122 रन देकर छह और मिशेल स्टार्क ने 40 रन देकर तीन विकेट लिए।

इसके बाद मोहम्मद शमी (15 रन देकर दो) और रविचंद्रन अश्विन (44 रन देकर दो) ने भारत को महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाईं। मार्श और हेड ने हालांकि अंतिम घंटे में भारतीय गेंदबाजों के सामने कड़ी परीक्षा से गुजरकर मैच के रोमांचक अंत की उम्मीदें भी जगा दी हैं। भारत ने पहली पारी में 250 रन बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 235 रन पर आउट कर दिया था।

इशांत ने नो-बॉल पर लिया विकेट

भारत ने चाय के विश्राम से पहले ही एरॉन फिंच (11) को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटका दिया। फिंच ने जब खाता भी नहीं खोला था तब इशांत शर्मा की पारी की दूसरी गेंद पर अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दे दिया था। बल्लेबाज ने डीआरएस का सहारा लिया। इशांत ने नो-बॉल की थी और इसलिए फैसला बदल दिया गया।

अश्विन ने फिंच को किया आउट 

अश्विन ने हालांकि चाय के विश्राम से ठीक पहले फिंच को विकेटकीपर रिषभ पंत के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलाई। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे मार्कस हैरिस को मोहम्मद शमी की गेंद को लाइन में आये बिना कट करना महंगा पड़ा और पंत ने मैच का अपना आठवां कैच लपका। इससे पहले पुजारा ने हैरिस का मुश्किल कैच भी छोड़ा था।

रोहित ने पकड़ा शानदार कैच

ऑस्ट्रेलिया का दारोमदार अब उसके दो अनुभवी बल्लेबाजों उस्मान ख्वाजा और शॉन मार्श पर था। अश्विन ने हालांकि ख्वाजा (आठ) को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने फ्लाइट लेती गेंद को मिड ऑफ पर उछाला जिसे रोहित शर्मा ने बड़ी खूबसूरती से कैच किया।

मार्श ने पीटर हैंडसकांब (14) के साथ मिलकर 13 ओवर से भी अधिक समय तक भारत को सफलता नहीं मिलने दी। ऐसे में शमी ने फिर से गेंद संभाली और हैंडसकांब ने उनकी शार्ट पिच गेंद पर गलत टाइमिंग से पुल करके मिडविकेट पर पुजारा को आसान कैच थमाया।

भारत ने ऐसे बनाए 307 रन

इससे पहले भारत ने सुबह तीन विकेट पर 151 रन से आगे खेलना शुरू किया। पुजारा और रहाणे ने चौथे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को बैकफुट पर रखा। पहली पारी में शतक जड़ने वाले पुजारा ने दिन के शुरू में ही दो चौके लगाकर सकारात्मक अंदाज में शुरुआत की। रहाणे 74वें ओवर में डीआरएस के सहारे कैच आउट होने से बचे। उस समय गेंद उनके बल्ले से नहीं लगी थी। पुजारा ने 140 गेंदों पर अपना 20वां अर्धशतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया ने 80 ओवर के तुरंत बाद नई गेंद ली लेकिन स्टार्क का अपनी गेंदों पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं था।

पुजारा नहीं तोड़ सके सचिन का रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया को आखिर में 88वें ओवर में दिन की पहली सफलता मिली जब लियोन ने पुजारा को शॉर्ट लेग पर कैच आउट कराया। पुजारा जब पवेलियन लौट रहे थे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। उन्होंने इस मैच में 450 गेंदों का सामना किया। वह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर एक मैच में सर्वाधिक गेंदों का सामना करने वाले भारतीय बल्लेबाजों की सूची में सचिन तेंदुलकर (525 गेंदें, सिडनी, 2004) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।

इसके बाद रोहित शर्मा (एक) क्रीज पर उतरे लेकिन तुरंत ही पवेलियन लौट गए। लियोन की गेंद पर हैंड्सकांब ने सिली प्वाइंट पर उनका बेहतरीन कैच लपका। रहाणे ने एक छोर संभाले रखा और 111 गेंदों पर अपना 16वां अर्धशतक पूरा किया।

चार रन पर गिरे आखिरी चार विकेट

पंत (28) ने लियोन पर आक्रामक रवैया अपनाया लेकिन वह देर तक नहीं टिक पाए और खराब शाट खेलकर डीप कवर पर कैच देकर पवेलियन लौटे। अश्विन (पांच) और रहाणे ने भी अस्वाभाविक शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए जिससे लगने लगा था कि भारत पारी समाप्ति की घोषणा करने की तरफ बढ़ रहा है लेकिन इसकी नौबत नहीं आई।

अश्विन ने स्टार्क पर पुल करके आसान कैच दिया जबकि रहाणे ने रिवर्स स्वीप करके कैच थमाया। मोहम्मद शमी (शून्य) ने लियोन की पहली गेंद पर ही लंबा शॉट खेलकर सीमा रेखा पर कैच का अभ्यास कराया। इशांत शर्मा (शून्य) के आउट होने से भारतीय पारी समाप्त हो गई।

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