इस खिलाड़ी के सामने बड़ी मुश्किल, अब क्या होगा कोलकाता का?
कोलकाता नाइट राइडर्स आइपीएल फाइनल में पहुंच चुकी है और 1 जून को वे दूसरी बार इस खिताब को जीतने मैदान पर उतरेंगे, लेकिन इस टीम के एक मुख्य खिलाड़ी के सामने ऐसी दुविधा खड़ी हो गई है कि इसने पूरी टीम व कप्तान गौतम गंभीर को भी परेशान कर दिया है! ये खिलाड़ी है कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य स्पिनर वेस्टइंडीज के सुन
नई दिल्ली। कोलकाता नाइट राइडर्स आइपीएल फाइनल में पहुंच चुकी है और 1 जून को वे दूसरी बार इस खिताब को जीतने मैदान पर उतरेंगे, लेकिन इस टीम के एक मुख्य खिलाड़ी के सामने ऐसी दुविधा खड़ी हो गई है कि इसने पूरी टीम व कप्तान गौतम गंभीर को भी परेशान कर दिया है!
ये खिलाड़ी है कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य स्पिनर वेस्टइंडीज के सुनील नरेन। इस समय 20 विकेट लेकर ये गेंदबाज टूर्नामेंट में दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज है और कोलकाता नाइट राइडर्स के फाइनल में पहुंचने का वो ही एक बड़ा कारण भी हैं। फाइनल में उनके बिना खेलना टीम को बहुत भारी पड़ सकता है या ये कहें कि वो खिताब से एक कदम दूर भी हो सकते हैं। दरअसल, सुनील नरेन को अब तय करना है कि वो आइपीएल फाइनल खेलेंगे या फिर अपने देश (वेस्टइंडीज) के लिए खेलेंगे। वेस्टइंडीज को 8 जून से किंग्सटन (जमैका) में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलना है और इस सीरीज के लिए वेस्टइंडीज के अभ्यास कैंप में शामिल होने की आखिरी तारीख 1 जून तय की गई है। इसी तारीख को आइपीएल फाइनल भी है। अगर सुनील आइपीएल फाइनल खेलना चुनते हैं तो वह कैंप में नहीं पहुंच सकेंगे और उन्हें तुरंत टेस्ट टीम से बाहर कर दिया जाएगा। इसके साथ ही वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड से उनके रिश्ते भी खराब होंगे जो उनके आगे के अंतरराष्ट्रीय करियर के लिए अच्छा नहीं होगा। साथ ही व 'आइपीएल बनाम देश' को लेकर चल रही विवादित बहस का भी हिस्सा बन जाएंगे।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीइओ माइकल मुइरहेड ने कहा, 'ये उसका (सुनील) फैसला है। कैंप से जुड़ने की आखिरी तारीख को 22 मई से बढ़ाकर 1 जून सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों की वजह से किया गया था जो आइपीएल में खेल रहे हैं। अगर कोई भी अब इसके मुताबिक नहीं चलता है तो उसका चयन नहीं किया जाएगा।' हालांकि इसके बावजूद नरेन 15 सदस्यीय टीम में रहेंगे ही और बाकी की टेस्ट सीरीज में उन्हें खिलाया भी जा सकता है। आपको बता दें कि सुनील नरेन वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के ग्रेड-ए करार का हिस्सा हैं जिसकी रकम एक लाख बीस हजार डॉलर है। एक तरफ जहां केकेआर का मैनेजमेंट वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड से नरेन को लेकर कोताही बरतने की उम्मीद कर रहा है वहीं, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड अपने नियमों का हवाला देते हुए इससे पीछे हटने को तैयार नहीं है। ऐसे में सुनील नरेन और केकेआर के सामने एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो चुकी है जिससे निपटना आसान नहीं होने वाला।