ये भयंकर गलतियां पंजाब को ले डूबीं, घर में बने भीगी बिल्ली
चेन्नई सुपरकिंग्स ने जिस तरीके से किंग्स एलेवन पंजाब को 10 विकेट से हराया, उसने यह साबित कर दिया कि पंजाब में अब दम नहीं बचा। जिस टीम में गिलक्रिस्ट जैसे धाकड़ खिलाड़ी मौजूद हैं, उस टीम की ऐसी दुर्गती के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह सिर्फ उनके खिलाड़ी ही हैं।
मोहाली। चेन्नई सुपरकिंग्स ने जिस तरीके से किंग्स एलेवन पंजाब को 10 विकेट से हराया, उसने यह साबित कर दिया कि पंजाब में अब दम नहीं बचा। जिस टीम में गिलक्रिस्ट जैसे धाकड़ खिलाड़ी मौजूद हैं, उस टीम की ऐसी दुर्गती के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह सिर्फ उनके खिलाड़ी ही हैं।
आइए जानते हैं वो तीन कारण जिसके कारण पंजाब का अपने ही घर में शर्मसार होना पड़ा :
1. स्तरहीन क्षेत्ररक्षण : बुधवार रात चेन्नई के खिलाफ पंजाब के खिलाडि़यों ने जिस तरह का क्षेत्ररक्षण किया, वो बेहद शर्मनाक था। पहले तो माइक हसी को पीयूष चावला ने अपनी ही गेंद पर कैच छोड़कर बड़ा जीवनदान दिया, उसके बाद उसी ओवर में विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने मुरली विजय की आसान सी स्टंपिंग छोड़ दी। इसके अलावा कई मौकों पर जो शॉट्स आसानी से रोके जा सकते थे, उसपर बाउंड्री मिली।
2. 32 रन पर गिरे 6 विकेट : चेन्नई जैसी मजबूत टीम के सामने 139 रनों का लक्ष्य कोई बहुत बड़ा नहीं था। एक समय पंजाब की टीम के भी 100 रन सिर्फ 13.1 ओवर में ही पूरे हो गए थे और वह एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन बाद के बल्लेबाजों ने पूरी तरह मायूस किया। उसके आखिरी 6 विकेट सिर्फ 32 रन पर ही गिर गए और बड़े स्कोर की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
3. दिशाहीन गेंदबाजी : चेन्नई के लिए 139 का लक्ष्य कोई बड़ा लक्ष्य नहीं था, लेकिन ऐसा भी नहीं था कि उनके एक विकेट भी न गिराए जा सके। पंजाब के गेंदबाजों ने जितनी हो सकती थी, उतनी दिशाहीन गेंदबाजी की और चेन्नई के बल्लेबाजों माइक हसी, मुरली विजय को खूब रन बनाने दिए। हसी की नाबाद 86 रनों की पारी के आगे पंजाब के गेंदबाज पूरी तरह बेबस नजर आ रहे थे। उन्होंने खूब रन लुटाए और नतीजा यह हुआ कि वे सिर्फ 17.2 ओवरों में ही 10 विकेट से हार गए।
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