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आईपीएल : एक महीने में ही इन विदेशी खिलाडि़यों ने कटा दी नाक

[चंदन सिंह] नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे सत्र का एक महीना पूरा हो गया। 3 अप्रैल को जबरदस्त ढंग से आगाज हुए इस टूर्नामेंट में एक तरफ रनों की दनादन बारिश हो रही है तो दूसरी तरफ गेंदबाज भी विकेट लेने में पीछे नहीं हैं, लेकिन कुछ विदेशी खिलाडि़यों ने इस टूर्नामेंट में भरोसा करने के बावजूद काफी निराश किया है।

By Edited By: Published: Fri, 03 May 2013 01:44 PM (IST)Updated: Fri, 03 May 2013 01:44 PM (IST)
आईपीएल : एक महीने में ही इन विदेशी खिलाडि़यों ने कटा दी नाक

[चंदन सिंह] नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे सत्र का एक महीना पूरा हो गया। 3 अप्रैल को जबरदस्त ढंग से आगाज हुए इस टूर्नामेंट में एक तरफ रनों की दनादन बारिश हो रही है तो दूसरी तरफ गेंदबाज भी विकेट लेने में पीछे नहीं हैं, लेकिन कुछ विदेशी खिलाडि़यों ने इस टूर्नामेंट में भरोसा करने के बावजूद काफी निराश किया है।

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टूर्नामेंट की शुरुआत में 9 में से 5 आईपीएल टीमों ने विदेशियों को अपना कप्तान बनाया। उन्हें यह उम्मीद थी कि ये विदेशी खिलाड़ी भारतीय खिलाडि़यों से ज्यादा कारगर साबित होंगे, जिससे टीम को फायदा होगा, लेकिन इन खिलाडि़यों ने ऐसा कुछ नहीं किया। न ही इनके प्रदर्शन में कुछ सुधार हुआ और ना ही ये अपनी टीम के हौसले बुलंद करने में कामयाब हो सके।

आइए, जानते हैं भरोसा तोड़ने वाले इन विदेशी कप्तानों के बारे में :

1. रिकी पोंटिंग : सबसे पहले हम बात करते हैं मुंबई इंडियंस के कप्तान रिकी पोंटिंग की। पोंटिंग पर तो भरोसा सचिन तेंदुलकर ने भी किया था, लेकिन इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने मुंबई के लिए कुछ भी खास नहीं किया। पोंटिंग ने 6 मुकाबलों में सिर्फ 52 रन ही बनाए। इसके बाद उन्हें अंतिम एकादश से ही बाहर बैठना पड़ा।

2. एडम गिलक्रिस्ट : इस लिस्ट में दूसरे खिलाड़ी हैं किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट। गिलक्रिस्ट को यह सोचकर कप्तान बनाया गया था कि ये धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी के साथ-साथ बेहतर कप्तानी भी करेंगे, लेकिन गिलक्रिस्ट ने 8 मुकाबलों में सिर्फ 94 रन ही बनाए। जहां तक टीम की बात है तो वह अंकतालिका में छठे नंबर पर है।

3. एंजेलो मैथ्यूज : 6 मैच में 84 रन बनाने वाले और सिर्फ 1 विकेट लेने में सफल रहे एंजेलो मैथ्यूज को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के चोटिल होने के बाद पुणे वॉरियर्स की कप्तानी सौंपी गई, लेकिन यह किसे पता था कि पुणे अंकतालिका में सबसे नीचे रहेगी। पुणे को 11 मुकाबलो में सिर्फ 2 में ही जीत नसीब हुई है।

4. महेला जयवर्धने : श्रीलंकाई पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने को जब दिल्ली डेयरडेविल्स की कमान सौंपी गई तो यह उम्मीद थी कि टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार होगा, लेकिन जिसे उसके देश ने बेकार समझकर कप्तानी से हटा दिया, उसपर भरोसा करना ही नहीं चाहिए था। जयवर्धने ने 10 मुकाबलों में 214 रन बनाए हैं, जबकि उनकी टीम दिल्ली अंकतालिका में आठवें नंबर पर है।

5. कुमार संगकारा : आक्रामक बल्लेबाज के रूप में मशहूर यह श्रीलंकाई खिलाड़ी सनराइजर्स हैदराबाद का कप्तान है, लेकिन इसने अबतक दमदार प्रदर्शन नहीं किया है। संगकारा ने 7 मुकाबलों में सिर्फ 109 रन बनाए हैं। हां, गेंदबाजों के दमपर उनकी टीम अंकतालिका में पांचवें नंबर पर जरूर है, लेकिन संगकारा का दम नहीं दिखा।

वहीं, इसके अलावा अगर भारतीय कप्तानों की बात करें तो कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर को छोड़कर महेंद्र सिंह धौनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स, विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और राहुल द्रविड़ की टीम राजस्थान रॉयल्स अंकतालिका में क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर है।

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