क्या पंजाब आज बिगाड़ेगा बेंगलूर का काम?
[रवि शास्त्री] बेंगलूर की टीम अब आईपीएल-6 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपने अस्तित्व के लिए लड़ेगी। बावजूद इसके कि उसे अपने बाकी बचे दोनों मैच चिन्नास्वामी की घरेलू पिच पर खेलने हैं, जहां उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। बावजूद इसके कि इस सीजन के शीर्ष तीन बल्लेबाजों में से दो उसकी टीम से हैं। बावजूद इसके कि क्रिस गेल के रूप में उ
[रवि शास्त्री] बेंगलूर की टीम अब आईपीएल-6 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपने अस्तित्व के लिए लड़ेगी। बावजूद इसके कि उसे अपने बाकी बचे दोनों मैच चिन्नास्वामी की घरेलू पिच पर खेलने हैं, जहां उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। बावजूद इसके कि इस सीजन के शीर्ष तीन बल्लेबाजों में से दो उसकी टीम से हैं। बावजूद इसके कि क्रिस गेल के रूप में उसके पास दुनिया का बेहतरीन आक्रामक और खतरनाक बल्लेबाज है। बावजूद इसके कि डेथ ओवरों में एबी डिविलियर्स की उपस्थिति मैच के परिणाम पर गहरा असर डालती है। बावजूद इसके कि चेतेश्वर पुजारा टीम में लौट चुके हैं और बावजूद इसके भी कि विनय कुमार संयुक्त रूप से लीग के शीर्ष विकेट टेकर हैं।
सभी बेंगलूर की कमजोरी जान चुके हैं। वह उनकी गेंदबाजी है, जो फिलहाल 200 रन का स्कोर भी बचाने में असफल दिख रही है। रवि रामपॉल, विनय कुमार और जयदेव उनादकट का प्रदर्शन औसत है, लेकिन वे खतरनाक नहीं दिखते। स्पिनरों की तो बात ही रहने दीजिए। यहां तक कि कम मजबूत बल्लेबाजी वाली टीमें भी उन्हें पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित कर बेंगलूर की कमजोर गेंदबाजी का लाभ उठाने का प्रयास करती हैं। पंजाब और कोलकाता की टीमें इसी बात का फायदा उठाकर जीत हासिल कर चुकी हैं।
बेंगलूर के पास शुरुआती छह ओवरों में एक अच्छी गेंदबाजी इकाई है। मगर पावरप्ले खत्म होने के बाद वे अपना जादू खो देते हैं। किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे खराब बात यह है कि बल्लेबाज उसकी गेंदों का आसानी से अनुमान लगा ले। सुनील नरेन हमेशा बल्लेबाजों को हर गेंद के बारे में सोचने पर मजबूर करते हैं। बल्लेबाज को भांपने के लिए आर अश्विन गेंद फेंकते वक्त कुछ देर का ब्रेक लेते हैं। डं्वेन ब्रावो के पास विविधता के साथ तेजी भी है। मिशेल जॉनसन और जेम्स फॉकनर के बारे में भी यही बात कही जा सकती है।
सौभाग्य से बेंगलूर के पास कुछ बढि़या विकल्प हैं। विराट कोहली को तिलकरत्ने दिलशान की ओर गंभीरता से देखना चाहिए। वह एक संपूर्ण पैकेज हैं। दिलशान और गेल के कुछ ओवरों का चतुराईपूर्ण इस्तेमाल किया जा सकता है। दिलशान की मौजूदगी बेंगलूर को दूर तक ले जा सकती है और मैं ऐसा सेमीफाइनल और फाइनल के मैच स्थलों को दिमाग में रखकर कह रहा हूं। उनके लिए अब सबसे अच्छा उपाय यही है कि वे टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला करें। उन्हें यह भी दुआ करनी होगी कि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आज होने वाले मैच में बारिश बाधा न बने। अगले पांच दिन बेंगलूर के लिए बेहद अहम होने जा रहे हैं। (टीसीएम)
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