ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मांगा श्रीनिवासन का इस्तीफा
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन [एमपीसीए] के अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को यह कहकर कि एन श्रीनिवासन को अपने बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए उनके इस दावे की हवा निकाल दी कि यह मांग सिर्फ 'उनके पीछे पड़ा मीडिया' कर रहा है। विवादों में घिरे श्रीनिवासन ने रविवार को गुरुनाथ मयप्पन मामले में खुद को बेकसूर बताते हुए यह भी कहा था कि बोर्ड के किसी भी सदस्य ने मुझे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। मुझे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है। लेकिन अब उनके घर में पद छोड़ने के लिए पहली आवाज उठ गई है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन [एमपीसीए] के अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को यह कहकर कि एन श्रीनिवासन को अपने बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए उनके इस दावे की हवा निकाल दी कि यह मांग सिर्फ 'उनके पीछे पड़ा मीडिया' कर रहा है। विवादों में घिरे श्रीनिवासन ने रविवार को गुरुनाथ मयप्पन मामले में खुद को बेकसूर बताते हुए यह भी कहा था कि बोर्ड के किसी भी सदस्य ने मुझे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। मुझे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है। लेकिन अब उनके घर में पद छोड़ने के लिए पहली आवाज उठ गई है।
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सिंधिया ने कहा कि जब तक उनका नाम आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग से पूरी तरह हट नहीं जाता तब तक उन्हें पद पर नहीं रहना चाहिए। सिंधिया ने कहा, 'फिक्सिंग मामले की जांच होने तक अगर श्रीनिवासन बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देते हैं तो इससे क्रिकेट का भला होगा। हमें क्रिकेट को साफ सुथरा रखने की आवश्यकता है। जब रिश्तेदार के चलते उनके ऊपर व्यक्तिगत रूप से सवाल उठ रहा हो तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।'
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वहीं, केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनिवासन का बचाव करते हुए कहा कि उनका इस्तीफा मांगने का कोई तुक नहीं है क्योंकि यह साबित नहीं हुआ है कि वह किसी गलत काम में शामिल हैं। जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा, 'वह क्यों इस्तीफा देंगे।' श्रीनिवासन के दामाद के कथित तौर पर सट्टेबाजी में शामिल होने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'यदि मेरा दामाद शामिल है तो इसके यह मायने नहीं है कि मैं इस्तीफा दूंगा। जांच पूरी होने दीजिए। यदि जांच में पाया गया कि श्रीनिवासन दोषी है तो वह जाएंगे। वह सम्माननीय व्यक्तिहैं।'
इससे पहले, क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने कीर्ति आजाद ने कहा, बीसीसीआइ श्रीनिवासन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहता क्योंकि हर कोई बीसीसीआइ का अगला अध्यक्ष बनना चाहता है। उन्हें लगता है कि अगर वे उनकेखिलाफ कार्रवाई करेंगे तो आम सभा की अगली बैठक में उन्हें उनके समर्थकों से 10 से 15 वोट नहीं मिलेंगे।' उन्होंने कहा, वे गांधीजी के तीन बंदरों की तरह काम कर रहे हैं। वे सभी इसमें शामिल हैं। चोर-चोर मौसेरे भाई। मौजूदा स्थिति यही है।
यह पूछने पर कि क्या श्रीनिवासन को बीसीसीआइ अध्यक्ष पद छोड़ देना चाहिए, आजाद ने कहा, 'मैं क्यों कहूं कि श्रीनिवासन को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं। पहले मैं यह जानना चाहता हूं कि बीसीसीआइ में शामिल वे लोग जो उच्च नैतिकता और सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा की बात करते हैं वे क्या सोचते हैं। वे श्रीनिवासन के बारे में क्या सोचते हैं।'
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