कुछ इस तरह से सीएसके के लिए भाग्यशाली साबित हुआ मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम
मुंबई के लिए वानखेड़े स्टेडियम लकी साबित हुआ।
मुंबई। वानखेड़े स्टेडियम महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए 'भाग्यशाली' स्थल रहा, जहां टीम खिताबी मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर तीसरी बार आइपीएल चैंपियन बनी। सीएसके की टीम आइपीएल 2018 में यहां तीन बार खेली और तीनों बार जीत दर्ज करने में सफल रही।
सीएसके ने पहले दो मैचों में हार के कगार पर पहुंचने के बाद जीत दर्ज की थी, लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन की नाबाद 117 रन की पारी की बदौलत टीम आसानी से 179 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही। दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी कर रही चेन्नई की टीम ने आइपीएल-11 में अपने अभियान की शुरुआत इसी मैदान पर गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में जीत के साथ की थी। इस मैच में ड्वेन ब्रावो ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए सीएसके को जीत दिलाई थी। इसके बाद सीएसके की टीम पहले क्वालीफायर के लिए मुंबई पहुंची। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने जुझारू पारी खेलते हुए स्थानीय खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई। इस जीत ने सीएसके की फाइनल में जगह सुनिश्चित की।
इसके बाद फाइनल मुकाबले में एक बार फिर से इस मैदान पर सीएसके का जलवा देखने को मिला। ऐसा नहीं था कि चेन्नई को जो स्कोर मिला था वो हासिल करना आसान था लेकिन टीम के ओपनर बल्लेबाज शेन वॉटसन का बल्ला ऐसा चला कि हैदराबाद के गेंदबाज देखते रह गए। शेन ने नाबाद 117 रन की तूफानी पारी खेलकर अपनी टीम को आठ विकेट से जीत दिला दी। इस जीत के बाद चेन्नई ने तीसरी बार आइपीएल का खिताब अपने नाम किया। वर्ष 2018 से पहले चेन्नई ने वर्ष 2010 और 2011 में लगातार दो बार आइपीएल खिताब धौनी की कप्तानी में ही जीता था। इस जीत के बाद धौनी ने रोहित शर्मा की बराबरी कर ली जिनकी कप्तानी में मुंबई तीन बार आइपीएल चैंपियन बन चुकी है।