बटलर के तूफान में उड़े धौनी के धुरंधर, IPL के इतिहास में पहली बार हुआ कुछ ऐसा
राजस्थान की इस रॉयल जीत के हीरो रहे राजस्थान के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर। इस मैच में बटलर अलग ही रंग में नजर आए।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। आइपीएल में शुक्रवार को महेंद्र सिंह धौनी की चेन्नई सुपर किंग्स और अजिंक्य रहाणे की राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला खेला गया। इस मैच में राजस्थान ने चेन्नई को 4 विकेट से मात देकर अपने टीम की अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदों को ज़िंदा रखा। राजस्थान की इस रॉयल जीत के हीरो रहे राजस्थान के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर। इस मैच में बटलर अलग ही रंग में नजर आए। उन्होंने अकेले दम पर ही चेन्नई के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी। इस मैच के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला जो IPL के इतिहास में कभी भी देखने को नहीं मिला था।
आइपीएल में पहली बार हुआ ऐसा
धौनी और रहाणे की इस जंग में राजस्थान की टीम अपनी नीली जर्सी की बजाय पहली बार गुलाबी जर्सी में उतरी। ये आइपीएल के इतिहास में पहली बार हुआ है जब राजस्थान की टीम गुलाबी जर्सी पहनकर खेली हो। खास बात ये है कि उन्होंने ये खास काम कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए किया और इसकी शुरुआत भी गुलाबी नगरी जयपुर से ही हुई।
पिंक सिटी में बटलर ने किया प्रचंड प्रहार
जोस बटलर ने इस पारी के दौरान 60 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 95 रन बनाए। इस पारी के दौरान उनके बल्ले से 11 चौके और दो छक्के भी निकले। इस पारी को खेलते हुए बटलर ने आइपीएल का अपना सबसे बड़ा निजी स्कोर बनाते हुए अपनी टीम तो जीत दिलाई। पिंक जर्सी में खेलने उतरी राजस्थान को आखिरी ओवर में 12 रनों की ज़रूरत थी जिसे उन्होंने एक गेंद रहते हासिल कर लिया। इस जीत के साथ राजस्थान के अंकतालिका में 10 अंक हो गए हैं।
इस तरह हारे धौनी के धुरंधर
धौनी इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए चेन्नई ने सुरेश रैना के 52 और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की नाबाद 33 रन की पारी की बदौलत पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 176 रन बनाए। 177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान ने चेन्नई को हैरान करते हुए बेन स्टोक्स को ओपनिंग पर बटलर के साथ बल्लेबाज़ी के लिए भेजा।
बटलर ने मैदान पर आते ही चेन्नई के गेंदबाजों की धुनाई करनी शुरू कर दी। उन्होंने पारी की शुरुआत की पहली तीन गेंदों पर ही तीन चौके लगाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए। बटलर के साथ सलामी बल्लेबाज के रूप में आए बेन स्टोक्स (11) इस बार भी कुछ खास नहीं कर सके। स्टोक्स को हरभजन सिंह ने बोल्ड किया। फिर रवींद्र जडेजा ने कप्तान अजिंक्य रहाणे (04) को रैना के हाथों कैच कराया।
दूसरी ओर बटलर किसी गेंदबाज को नहीं बख्श रहे थे। हालत यह रही कि राजस्थान ने छह ओवर के पावरप्ले में 57 रन जोड़ डाले। 11 ओवर में राजस्थान की टीम दो विकेट पर 99 रन बनाकर अच्छी स्थिति में लग रही थी। तभी एक रन चुराने की कोशिश में बटलर गलती कर बैठे, लेकिन संजू सैमसन (21) ने उन्हें अपनी ओर आता देख अपना विकेट कुर्बान कर दिया और रन आउट हो गए। आइपीएल में पदार्पण मैच खेल रहे प्रशांत चोपड़ा (08) भी दो चौके मारने के बाद शादरुल ठाकुर की गेंद पर ड्वेन ब्रावो को कैच थमा बैठे। स्टुअर्ट बिन्नी (22) भी जल्द ही ब्रावो की गेंद पर वॉटसन को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। 146 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद राजस्थान की रन गति धीमी पड़ गई। इस बीच कृष्णप्पा गौतम (13) ने दो छक्के लगाए। वह डेविड विली की गेंद पर धौनी को कैच थमाकर लौटे।
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आखिरी ओवर का रोमांच
आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 12 रन की जरूरत थी। ब्रावो गेंदबाजी के लिए आए तो बटलर गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने की कोशिश में शॉट को ठीक से नहीं खेल सके और गेंद हवा में उछल गई, लेकिन कोई भी क्षेत्ररक्षक कैच लपकने के लिए नहीं दौड़ा। इसके बाद बटलर ने एक छक्का जड़ा और फिर दो रन लेकर राजस्थान की जीत पक्की कर दी।