IPL 2020: सुनील गावस्कर ने कहा- आइपीएल भारतीयों के लिए त्योहार जैसा जो देता है खुशियां
IPL 2020 गावस्कर ने कहा कि आइपीएल होली गणेश चतुर्थी ईद दिवाली पूजा क्रिसमस की तरह एक त्योहार है जिसका भारतीय पूरा आनंद उठाते हैं।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
पिछले साल की विजेता मुंबई इंडियंस और उप विजेता चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मुकाबले के साथ क्रिकेट महोत्सव के रूप में बहुप्रतीक्षित इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हो गई। हां, इस पर कोई सवाल नहीं किया जा सकता कि यह होली, गणेश चतुर्थी, ईद, दिवाली पूजा, क्रिसमस की तरह एक त्योहार है, जिसका भारतीय पूरा आनंद उठाते हैं। अगले दो महीनों के दौरान ज्यादातर भारतीय अपने घर के कामों को सूर्यास्त से पहले खत्म करके टीवी के सामने बैठने के लिए तैयार हो जाया करेंगे। न सिर्फ भारत, बल्कि क्रिकेट के इस अवतार के साथ दूसरे देश भी अपनी तारीखों की ओर देख रहे होंगे। कोविड-19 महामारी की वजह से तारीखें आगे-पीछे होती रहीं, लेकिन उम्मीद कभी नहीं टूटी।
पिछली बार यूएई में इसका आयोजन छह साल पहले हुआ था, जब आपके इस प्रिय को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम बीसीसीआइ अध्यक्ष (आइपीएल) नियुक्त किया था। तब यूएई में इसका आयोजन सिर्फ पहले तीन हफ्तों के लिए किया गया था और इसका दूसरा चरण आम चुनाव के बाद भारत में आयोजित किया गया था। यह उस कैलेंडर वर्ष के सबसे रोमांचक आयोजनों में से एक साबित हुआ था।
तब टीमों को थोड़ा समायोजन करना पड़ा था, क्योंकि यूएई में पिचें भारत की तुलना में धीमी हैं, इसलिए यूएई में पहले कुछ मैचों में कई बड़े शॉट नहीं देखे गए थे। इस बार इससे कुछ अलग हो सकता है, खिलाडि़यों की तरह ही पिचें भी ताजा होंगी और इसका मतलब यह होगा कि गेंद बल्ले पर तेजी से आएगी और लगभग छह महीने तक निष्कि्रय रहे खिलाड़ी पूरी ऊर्जा के साथ उस पर प्रहार करेंगे, जिससे हमें कुछ दर्शनीय शॉट देखने को मिलेंगे।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में वनडे सीरीज खेलकर आ रहे हैं, इसलिए अन्य देशों के खिलाडि़यों की तुलना में वे गेंद को बल्ले पर बेहतर तरीके से महसूस करेंगे। इस प्रारूप में यह भविष्यवाणी करना कि कौन टूर्नामेंट जीतेगा, मूर्खता है। सभी टीमों ने अपने पिछले सत्रों से सबक लिया है और अपनी कमियों को दूर किया है। इसका मतलब यह है कि सभी टीमें पिछले साल की तुलना में बेहतर और मजबूत हुई हैं। हालांकि, चेन्नई सुपर किंग्स एक टीम ऐसी है जिसे सुरेश रैना और हरभजन सिंह के रूप में अपने दो मैच विजेताओं के रूप में दोहरा झटका लगा है। दोनों ही बेहद प्रभावशाली और अनुभवी हैं।
साथ ही मुंबई इंडियंस के लसित मलिंगा की कमी खलेगी, जिन्होंने पिछले साल फाइनल में बेहतरीन ओवर फेंके थे। तीन टीमों दिल्ली कैपिटल, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और किंग्स इलेवन पंजाब ने ट्रॉफी को पहली बार अपने हाथों में थामने के लिए काफी होमवर्क किया है, जो नीलामी में देखा गया था। हालांकि, दिन के अंत में कुछ बेहतरीन गेंदें ही मैच का रुख बदल सकती हैं और निश्चित ही आपके एक खास वजह की जरूरत होगी, जिसे किस्मत भी बोलते हैं।