IPL 2019: चेन्नई को चैंपियन बनाने के लिए धौनी को इन्हें करना होगा टीम से बाहर
IPL 2019 चेन्नई को अगर वापस चैंपियन बनाना है तो चार ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाना होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइपीएल (IPL) का यह सीजन समाप्त हो गया। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम एक बार फिर फाइनल में पहुंच गई। हालांकि, उसे फाइनल में मुंबई इंडियंस के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस पूरे सीजन में चेन्नई की टीम उस फॉर्म में नजर नहीं आई। टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भी यह कहा कि पूरे सीजन में मध्यक्रम ने सही प्रदर्शन नहीं किया। अब अगर अगले साल टीम को वापस चैंपियन बनाना है, तो चार ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाना होगा।
1.शेन वॉटसन
चेन्नई की टीम ने इस पूरे सीजन में सही शुरुआत नहीं मिली। इसकी सबसे बड़ी वजह है शेन वॉटसन की खराब बल्लेबाजी। वॉटसन ने न सिर्फ धीमी बल्लेबाजी की, बल्कि बड़ा स्कोर करने में असफल रहे। फाइनल में मुंबई के खिलाफ 80 और हैदराबाद के खिलाफ 96 रन की पारी छोड़ दें, तो वॉटसन पूरे सीजन फ्लॉफ ही साबित हुए। वॉटसन ने 23 के औसत 398 रन बनाए। फील्ड में भी वॉटसन ने कोई शानदार योगदान नहीं दिया। उन्होंने स्लिप में कई कैच छोड़े। ऐसे में अलगे सीजन में चेन्नई की टीम में उनकी जगह नहीं बनती दिख रही है।
2.अंबाती रायुडू
विश्व कप मे चयन न होने पर अंबाती रायुडू के नाम काफी चर्चा हो रही थी, लेकिन अगर इस सीजन में उनका प्रदर्शन देखें तो यह सही लगता। रायुडू ने इस सीजन काफी खराब प्रदर्शन किया। कुल खेले 17 मैचों में उन्होंने 23 के औसत से मात्र 282 रन बनाए। पूरे सीजन में वह सिर्फ एक अर्धशतक ही मार सके। ऐसे में अलगे सीजन में चेन्नई की टीम से उनको बाहर किए जाने की उम्मीद है।
3.केदार जाधव
चेन्नई की टीम में फिटनेस की समस्या से कोई सबसे ज्यादा परेशान है, तो वह है केदार जाधव। केदार पिछले सीजन भी फिटनेस के चलते टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे। हालांकि, इस सीजन केदार ने 14 मैच खेले, लेकिन वह 18 की औसत से मात्र 162 रन ही बना सके। चेन्नई को अगर किसी खिलाड़ी को सबसे पहले बाहर करने की जरूरत है, तो वह भी केदार जाधव हैं।
4.ड्वेन ब्रावो
ड्वेन ब्रावो टीम में बतौर आलराउंडर खेलते हैं, लेकिन वह इस भूमिका को निभाने में नाकाम रहे। फाइनल में जब टीम को जीत दिलाने की जरूरत थी, तब वह चलते बने। यह सिर्फ एक मैच की बात नहीं है, पूरे सीजन ब्रावो का बल्ला खामोश ही रहा है। इस सीजन वह 16 की औसत से सिर्फ 80 रन ही बना सके। वहीं, गेंद से भी कोई खास कमाल नहीं दिखाया। वह 8.01 की इकोनॉमी से रन दिए, जबकि उनके नाम सिर्फ 11 विकेट दर्ज हैं। ऐसे में अगले सीजन चेन्नई की टीम उनकी जगह नहीं दिखती है।
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