IPL EXCLUSIVE: केन विलियमसन की जगह भरने के लिए टीम में कई खिलाड़ी : रिद्धिमान साहा
केन विलियमस चोटिल होने की वजह से इस बार आइपीएल में खेलेंगे या नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है लेकिन ये कहा जा रहा है कि वो ठीक होने के बाद अपनी टीम के साथ कुछ मैचों के बाद जुड़ जाएंगे।
भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज रिद्धिमान साहा करीब एक साल से चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर थे और अब उनकी नजर फिर से भारतीय टीम में जगह बनाने पर है। साहा ने पिछले साल आठ जनवरी को केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेला था। उसके बाद वह चोटिल हो गए थे। हाल में उन्होंने अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए सैयद मुश्ताक ट्रॉफी में विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी की और अब सनराइजर्स हैदराबाद के लिए वह कमाल करने को तैयार हैं। भारत के लिए 32 टेस्ट और नौ वनडे खेलने वाले साहा ने सनराइजर्स हैदराबाद और अपने भविष्य के बारे में चर्चा की। अभिषेक त्रिपाठी ने इसको लेकर रिद्धिमान साहा से विशेष बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश-
-पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से हार गई। क्या उस हार से आप लोगों ने कोई सीख ली है?
-हम लोगों ने पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स ने हमसे ज्यादा अच्छा खेल दिखाया। हमने 2016 में भी खिताब जीता था। हम लोग पिछले साल जिस जुझारूपन से खेले थे उसी तरह इस साल भी खेलेंगे। पिछले साल हमने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में जो आक्रामकता दिखाई थे वह इस बार भी देखने को मिलेगी। जहां तक इस सत्र की तैयारियों की बात है तो हमने अभी अभ्यास शुरू किया है। हमारी कोशिश है कि इस अभ्यास से खुद को परख सकें और आने वाले मैचों के लिए खुद को तैयार कर सकें।
-इस वर्ष और पिछले वर्ष की टीम में अंतर क्या देख रहे हैं?
-पिछले साल जैसी ही टीम दिखाई दे रही है। इस बार नीलामी में दो-चार खिलाड़ी इधर-उधर हुए हैं, लेकिन बाकी सब कुछ वही है। उम्मीद है कि इस बार पिछले साल से भी अच्छा होगा।
-आपके कप्तान केन विलियमसन चोटिल हो गए हैं। उनके बारे में सनराइजर्स हैदराबाद का प्लान बी क्या है?
-मुझे नहीं पता है, अभी वह कैसे हैं। अभी वह आएंगे या नहीं इस बारे में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। हमारी टीम ऐसी है, जिसमें किसी की भी जगह लेने के लिए खिलाड़ी मौजूद हैं। हमारे पास कई तरह के खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह भरने के लिए उपलब्ध हैं। अगर वह नहीं खेलेते हैं तो बाकी के खिलाड़ी उस कमी को पूरा कर देंगे।
-इस बार टीम में शिखर धवन भी नहीं हैं। वह दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलेंगे। ऐसे में आपका रोल क्या होगा?
-अभी तो बल्लेबाजी क्रम पर बात नहीं हुई है। मैं निजी तौर पर कहूं तो जैसी टीम को जरूरत होगी होगी उस क्रम पर खेलूंगा। चाहे वह शुरुआत में हो या बीच में या अंत में। जैसी भी स्थिति होगी वैसे ही खेलूंगा। हर परिस्थितियों में टीम के लिए सहयोग देना है। बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में जो भी कप्तान को सहयोग होगा वह करूंगा। क्षेत्ररक्षण में जो भी परिवर्तन होता है, उसमें तो कप्तान की मदद करता ही हूं।
-आपका पिछला वर्ष पूरा चोट में बीत गया। आप टीम इंडिया के स्थायी टेस्ट विकेटकीपर थे लेकिन पिछले एक साल में काफी कुछ बदल गया। ऐसे में इस आइपीएल को आप टीम इंडिया में जगह बनाने के मौके के तौर पर देखते हैं क्या?
-मैं कोई सीरीज या टूर्नामेंट खेलता हूं तो मैं सिर्फ यही सोचता हूं कि अच्छा करूंगा। मैं ज्यादा आगे की नहीं सोचता। मैं मैच दर मैच सोचता हूं। मैं यह नहीं सोचता हूं कि भारतीय टीम में क्या होगा। मैं चुना जाऊंगा या नहीं चुना जाऊंगा, ऐसा कुछ नहीं सोच रहा हूं। फिलहाल तो मेरा पूरा फोकस आइपीएल पर है। हमारा पहला मैच 24 तारीख को है और मैं सिर्फ उसी के बारे में सोच रहा हूं।
-अगर सनराइजर्स हैदराबाद की बात की जाए तो आपके पास बहुत अच्छे स्पिनर हैं। वह कम स्कोर के मैच भी जिता देते थे? क्या खासियत है इन गेंदबाजों की?
-हमारा गेंदबाजी अच्छी है। ऐसा नहीं है कि हमारे बल्लेबाजों ने कम रन बनाए हैं। बल्लेबाजों ने भी काफी रन बनाए हैं। हम सात विकेट, नौ विकेट से भी मैच जीते हैं। हमारी गेंदबाजी सौ प्रतिशत अच्छी रहती है। क्षेत्ररक्षण भी उनको मदद करता है जिससे विरोधी टीम भी सोचती है। इस साल भी हम अच्छा करेंगे।
- राशिद खान और भुवनेश्वर कुमार आइपीएल में सनराइजर्स की किट पहनकर और ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। ऐसी क्या खासियत है आपकी टीम में?
-जी जैसा आपने बताया कि ये बहुत अच्छे गेंदबाज हैं। आइपीएल में भुवनेश्वर और राशिद का संयोजन अनोखा है। ये कठिन समय में और ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं और बढि़या गेंदबाजी करते हैं जिसका टीम को फायदा मिलता है। इन्हें आइपीएल में बहुत सफलता मिली है। राशिद भी जब से आइपीएल से जुड़े हैं हमारी टीम मजबूत हुई है। ये लोग अगर पुराने प्रदर्शन को आगे बढ़ाएंगे तो टीम के लिए अच्छा होगा।