IPL 2019: नेस वाडिया मामले पर सीओए ने उठाया ये कदम- अब पंजाब फ्रेंचाइजी को देना होगा जवाब
सीओए ने पंजाब फ्रेंचाइजी से टीम के सह मालिक नेस वाडिया को जापान में प्रतिबंधित पदार्थ कैनाबिस रखने के लिए दी गई सजा के मामले में लिखित जवाब मांगा है।
मुंबई/नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने पंजाब फ्रेंचाइजी से टीम के सह मालिक नेस वाडिया को जापान में प्रतिबंधित पदार्थ कैनाबिस रखने के लिए दी गई सजा के मामले में लिखित जवाब मांगा है। खबरों की मानें तो सीओए ने इस मामले को अभी आइपीएल की नैतिक समिति के सामने नहीं रखने का फैसला किया है। इस नैतिक समिति में बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, कार्यकारी सचिन अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी शामिल हैं। गौरतलब है कि पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया को जापान के होकाइडो में एयरपोर्ट पर 25 ग्राम प्रतिबंधित पदार्थ रखने के लिए हिरासत में लिया गया था और उन्हें दो वर्ष की सजा सुनई गई थी। फिलहाल इस फैसले को पांच वर्ष के लिए निलंबित रखा गया है।
आइपीएल की आचार संहिता के मुताबिक एक टीम को उस हालत में बैन किया जा सकता है अगर उस टीम से संबंधित कोई अधिकारी या खिलाड़ी खेल को बदनाम करे। बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो सीओए ने पंजाब टीम प्रबंधन से इस मामले पर लिखित जवाब देने को कहा है। हालांकि इस घटना का सीधा संबंध लीग के साथ नहीं है लेकिन नेस की गिरफ्तारी से टीम की छवि खराब हुई है। अब सीओए पंजाब की तरफ से दिए गए जवाब के बाद ही फैसला करेगा कि इस पर आगे क्या करने की जरूरत है।
बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों को इसलिए नहीं दिया गया क्योंकि अब हमारे पास न्यायमूर्ति डीके जैन के तौर पर नौतिक अधिकारी मौजूद हैं। अगर जरूरत पड़ती है तो इस मामले को उनके हवाले किया जाएगा और फिर भी कोई जरूरत हुई तो अधिकारी उनकी मदद करेंगे।
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