IPL 2019 KKR vs KXIP: डेब्यू मैच के पहले ही ओवर में खूब पिटे मिस्ट्री स्पिनर, नहीं भूल पाएंगे पूरी जिंदगी
तेज गेंदबाजी करने वाले वरुण के पैर में चोट लगी और वो मिस्ट्री स्पिनर बन गए।
नई दिल्ली, जेएनएन। मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर तमिलनाडुल के वरुण चक्रवर्ती शायद ही IPL 2019 में किए अपने डेब्यू मैच को भूल पाएंगे। वरुण काफी अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन आइपीएल में उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और उनके पहले ही ओवर में 25 रन बने। वरुण को कोलकाता के ओपनर बल्लेबाज सुनील नरेन ने अपना निशाना बनाया और जमकर उनकी पिटाई कर दी।
वरुण के पहले ओवर में बने 25 रन
पंजाब के कप्तान अश्विन ने वरुण को पहली पारी के दूसरे ओवर में ही गेंद थमा दी, लेकिन सुनील ने उनकी लय पहले ही ओवर में खराब कर दी। वरुण के इस ओवर की पहली गेंद पर क्रिस लिन ने एक रन बनाए और इसके बाद नरेन ने उनकी दूसरी गेंद पर छक्का, तीसरी गेंद पर दो रन, चौथी गेंद पर चौका, पांचवीं गेंद पर छक्का और छठी गेंद पर फिर से छक्का लगा दिया। यानी उनके इस ओवर में कुल 25 रन बने। लिन ने एक रन बनाए जबकि सुनील ने 24 रन बनाए। इस मैच में वरुण ने कुल तीन ओवर गेंदबाजी की और उन्होंने 11.67 की औसत से 35 रन दिए। उन्हें नीतिश राणा के तौर पर एक सफलता मिली।
काफी दिलचस्प है वरुण की कहानी
IPL 2019 की नीलामी में इस बार पंजाब ने तमिलनाडु के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को 8 करोड़ 40 लाख रुपए देकर खरीदा। वरुण को मिस्ट्री स्पिनर के तौर पर जाना जाता है और वो तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अपने प्रदर्शन के बाद काफी सुर्खियों में आए थे। वरुण की खासियत ये है कि वो सात तरह से गेंद फेंक सकते हैं। वो गुगली, कैरम बॉल, ऑफ ब्रेक, लेग ब्रेक, फ्लिपर गेंद फेंक सकते हैं साथ ही वो टॉप स्पिनर और स्लाइडर गेंद भी फेंक सकते हैं।
इस स्पिनर की कहानी काफी दिलचस्प है। उन्होंने 13 वर्ष की उम्र में विकेटकीपर के तौर पर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। जब वो 17 वर्ष के थे तब उन्हें किसी भी टीम की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला इसके बाद उन्होंने क्रिकेट छोड़ दिया और पढ़ाई पर ध्यान देने का फैसला किया। उन्होंने आर्किटेक्ट की पढ़ाई की और फ्रीलांसर के तौर पर काम करने लगे। अचानक ही एक बार फिर से उन्होंने क्रिकेट में वापसी की और एक क्रिकेट क्लब में तेज गेंदबाज के तौर पर अभ्यास करने लगे। अभ्यास के दौरान वो चोटिल हो गए और फिर वो स्पिनर बन गए। उन्होंने 7 तरह की गेंदें फेंकनी सीखी और उन्होंने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में धमाल मचा दिया। वरुण चक्रवर्ती ने 9 मैचों में 23 विकेट लिए और विजय हजारे ट्रॉफी में भी वो सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे।