IPL 2019: सॉरी फैंस, इस बार भी नहीं मिलेगा आपको नया आइपीएल चैंपियन
IPL 2019इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एक बार फिर नए चैंपियन की उम्मीद खत्म हो गई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एक बार फिर नए चैंपियन की उम्मीद खत्म हो गई है। शुक्रवार को खेले गए दूसरे क्वालीफायर में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को छह विकेट से हरा दिया। इसी साथ इस बात की संभवाना भी खत्म हो गई की इस बार आइपीएल में कोई नई टीम चैंपियन बनेगी। फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस (MI) तीन-तीन बार की विजेता हैं। इस बार जो टीम जीतेगी, वह चौथी बार टूर्नामेंट अपने नाम करेगी।
मुंबई और चेन्नई का दबदबा
आइपीएल में दो टीमों का दबदबा है। साल दर साल यही टीमें आइपीएल जीतती हैं। अब तक खेले गए 12 सीजन में से 7वीं बार ऐसा होगा, जब आइपीएल टाइटल पर इन्हीं टीमों में से किसी एक का कब्जा होगा। इसके अलावा कोलकाता दो बार, जबकि हैदराबाद और राजस्थान एक-एक बार इस टाइटल को जीत चुके हैं। अगर मुंबई और चेन्नई के साथ कोलकता को जोड़ दिया जाए, तो यह संख्या 9 पहुंच जाती है। जिस प्रकार विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और भारत का दबदबा है, ठीक ऐसे ही हालात आइपीएल में भी हैं। इसके अलावा चेन्नई ने 10 बार प्लेऑफ खेला है और 8वीं बार फाइनल में है। पहले सीजन से ही चेन्नई का इस टूर्नामेंट पर दबदबा रहा है।
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तो कहीं कम न हो जाए आइपीएल की लोकप्रियता
विश्व क्रिकेट के साथ समस्या यह है कि कुछ गिने चुने 15 देशों के अलावा उसकी पहुंच कहीं आगे नहीं बढ़ पा रही है। उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विश्व क्रिकेट में कुछ टीमों का ही दबदबा है। ठीक ऐसे ही आइपीएल के शुरुआती 12 सालों को देखा जाए तो ऐसा ही लगता है। अब बड़ा सवाल है कि कहीं इससे आइपीएल की फैन फॉलोइंग कम न हो जाए। हालांकि, आइपीएल फिलहाल विश्व में छठी सबसे ज्यादा देखे जाने वाली लीग है। भारत के आलावा कुछ और क्रिकेटिंग देशों में भी आइपीएल देखा जाता है। सवाल यही है कि कुछ टीमों का दबदबा कहीं आइपीएल की लोकप्रियता को कम न कर दे।
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जब कप्तानों ने बदली टीम की किस्मत
महेंद्र सिंह धौनी पहले ही सीजन से चेन्नई सुपर किंग्स के साथ बतौर कप्तान जुड़े हुए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह सीजन धौनी का आखिरी आइपीएल हो सकता है। चेन्नई के जीत के पीछे धौनी का बड़ा हाथ है। इसलिए धौनी के जाने के बाद चेन्नई उसके प्रदर्शन में फर्क पड़ सकता है। जिस प्रकार से पिछले सीजन से वह कम संसाधनों के साथ अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाते आए हैं, यह उनकी काबिलियत को बताता है। ठीक इसी तरह मुंबई के साथ रोहित का रिश्ता है। रोहित के कमान संभालने के बाद से ही टीम बिल्कुल बदल सी गई है। मुंबई की टीम ने घरेलू खिलाड़ियों में काफी इनवेस्ट किया और एक बेस खड़ा किया है। हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह और क्रुणाल पंड्या इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। ऐसे में कप्तान के जाने के बाद टूर्नामेंट का माहौल बदल सकता है। जैसे की गौतम गंभीर के जाने के बाद से कोलकता लगातार संघर्ष करती नजर आ रही है।
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