IPL 2019: हो गया खुलासा, मैदान पर अंपायर से लड़ने-झगड़ने नहीं इस वजह से गए थे धौनी
राजस्थान के खिलाफ मैच के आखिरी पल में धौनी का जो रूप दिखा उससे हर कोई अचंभित है।
नई दिल्ली, जेएनएन। IPL 2019 के 25वें मैच में जयपुर के सवाई मानिंसह स्टेडियम पर जो कुछ भी हुआ और लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा। इस रोमांचक में के आखिरी पलों में मैदान पर चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अंपायर के फैसले के बाद जिस तरह का बर्ताव किया उसके बाद उनकी खूब आलोचना की गई और वो चर्चा का विषय बन गए। इस मामले में सीएसके टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने खुलासा किया कि आखिरकार धौनी अंपायर के पास क्यों गए थे।
फ्लेमिंग ने कहा कि हमें जो समझ में आया वो ये कि गेंदबाजी छोर पर खड़े अंपायर ने पहले नो बॉल का इशारा किया और फिर उन्हें ये समझ नहीं आया कि वो नो बॉल थी या नहीं। इस मामले पर धौनी सिर्फ ये साफ करना चाहते थे कि वो नो बॉल थी या नहीं क्योंकि ऐसा लग रहा था कि अंपायर की तरफ से कुछ साफ नहीं था। सिर्फ यही वजह थी कि वो मैदान के अंदर जाकर अंपायर से विचार-विमर्श करना चाहते थे। मैंने यही देखा और मैच के बाद मैंने उनसे बात भी की।
फ्लेमिंग ने स्वीकार किया कि धौनी को अपने इस बर्ताव की वजह से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने माही का बचाव भी किया। उन्होंने कहा कि धौनी को सिर्फ नो बॉल के बारे में सही जानकारी चाहिए थी। मुझे भरोसा है कि धौनी सहित सभी लोगों ने सही और गलत के बारे में बातचीत की होगी। अंपायर ने जिस तरह से अपने फैसले को पलट दिया उससे धौनी को गुस्सा जरूर आया था। वो भी नहीं समझ पा रहे थे कि नो बॉल का दिया गया है या फिर अंपायर ने अपने फैसले को पलट दिया है। मैच में ये पल काफी अहम था और जीत किसी भी टीम की हो सकती थी। धौनी ने जो किया वो आम घटना नहीं थी। ये ऐसी घटना है जिसे लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा।
गौरतलब है कि मैच के आखिरी ओवर में अंपायर की तरफ से नो बॉल दिए जाने और फिर फैसले को पलटने के बाद धौनी डगआउट से निकलकर अंपायर के पास जा पहुंचे और उनसे बातें करने लगे। हुआ ये था कि अंपायर उल्हास गंधे ने बेन स्टोक्स की कमर के ऊपर फुलटॉस गेंद पर नो बॉल का इशारा किया, लेकिन लेग अंपायर ब्रूस ऑक्सनफोर्ड ने इसे जायज गेंद करार दिया। इससे धौनी को गुस्सा आ गया और वो मैदान पर जाकर अंपायर्स से झड़प करने लगे। धौनी को आिपीएल आचार संहिता के उलंघन का दोषी पाया गया और उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। हालांकि धौनी ने अपनी गलती को स्वीकार भी कर लिया।