IPL 2019: KKR के खिलाफ एकतरफा मैच में हार के बाद रहाणे का RR के लिए खास पैगाम!
IPL 2019 RR vs KKR मैच के बाद बोले रहाणे मुझे नहीं लगता कि टीम को परेशान होने की जरूरत है।
जयपुर, पीटीआइ। राजस्थान रॉयल्स आइपीएल के इस सीजन में भले ही 5 में 4 मैच गंवा चुकी है लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे का मानना है कि अब भी ज्यादा कुछ नहीं बिगड़ा है और टीम को घबराने की जरूरत नहीं है।
सीजन के 21वें मुकाबले में कोलकाता ने राजस्थान को 8 विकेट से मात दी। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी केकेआर ने पहले रॉयल्स को 139/3 के स्कोर पर समेट दिया। इसके जवाब में कोलकाता के लिए सुनील नरेन और क्रिस लिन की जोड़ी ने अपनी टीम को जोरदार शुरुआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने 4.1 ओवर में ही केकेआर के लिए 50 रन बना दिए। सुनील नरेन 25 बॉल में 47 रन ( जिसमें 6 चौके और 6 छक्के शामिल हैं) की पारी खेलकर आउट हुए। इसके बाद क्रिस लिन 32 बॉल में 50 रन (6 चौके, 3 छक्के) बनाकर आउट हुए। इसके बाद कोलकाता ने 13.5 ओवर में यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
मैच के बाद रहाणे ने कहा, " मुझे नहीं लगता कि टीम को परेशान होने की जरूरत है। हमने 5 मैच खेले जिनमें से सिर्फ एक मुकाबला बुरी तरह हारा। जबकि बाकी 4 मैचों में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया, इनमें से हम 3 मैच जीत सकते थे। जब आप मैच हार रहे हों, तो आप उसे पलटने का जोखिम उठा सकते हैं। लेकिन जब आपकी टीम जीत रही हो तब आप ऐसा जोखिम नहीं उठाएंगे। हमारे लिए अभी देर नहीं हुई है। हम अब भी टीम में सुधार कर मैच जीतने की कोशिश कर सकते हैं। हमें फायदा जरूर मिलेगा।"
रहाणे ने कहा, "बल्लेबाजों को क्रीज पर ज़्यादा देर टिकने की और जोखिम उठाने की जरूरत है। जबकि गेंदबाजों से उम्मीद की जाती है कि वो योजना के तहत जल्दी-जल्दी विकेट हासिल करें। बैटिंग और बॉलिंग के प्लान पर अमल करने से ही टीम को सफलता मिलेगी। जोखिम उठाकर खेलना टी20 फॉर्मेट का हिस्सा है और इसमें अकेला खिलाड़ी नहीं बल्कि एक टीम की तरह खेलने से फायदा मिलेगा। एक टीम की तरह जीत हासिल करते हैं, जब हार मिलती है तो पूरी टीम हारती है। हमें बतौर टीम सुधार करने की जरूरत है।"
रहाणे ने कहा कि केकेआर के खिलाफ 150-160 रनों का लक्ष्य काफी अच्छा होता। रहाणे ने कहा, " विकेट काफी मुश्किल था और 140 के स्कोर तक पहुंचने में टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा। लेकिन केकेआर को लक्ष्य हासिल करने में मुश्किल नहीं आई। हमारी टीम के गेंदबाजों को यहां से सीखने की जरूरत है।"
जब क्रिस लिन क्रीज पर थे तब धवल की गेंद सीधे स्टंप्स पर जाकर लगी थी लेकिन बेल्स नहीं गिरीं। यहां तक कि बॉल बाउंड्री के पार चली गई और बल्लेबाज को 4 रन मिले। रहाणे ने कहा कि वह अंपायर से बात करने इसलिए गए ताकि वह उस बॉल को डेड बॉल करार दें लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
रहाणे ने कहा, " नियम तो नियम हैं। लेकिन इसके बावजूद बाउंड्री को नहीं माना जाना चाहिए था या बॉल को ही डेड बॉल करार दे सकते थे। क्रिकेट के ज्यादातर नियम वैसे भी बल्लेबाजों के हक में ही होते हैं। मेरी अंपायर से सिर्फ यही बात हुई थी। हालांकि, उन पहलुओं पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है जिन्हें हम नियंत्रित नहीं कर सकते।"