WTC Final: 'रहाणे ने अपने करियर की बेहतरीन पारी खेली', पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने किया खुलासा
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग लंदन के द ओवल में खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की पारी से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने रहाणे की इस पारी को उनके करियर की बेहतरीन पारियों में से एक करार दिया है।
लंदन, अभिषेक त्रिपाठी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग लंदन के द ओवल में खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC 2023) के फाइनल में भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की पारी से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने रहाणे की इस पारी को उनके करियर की बेहतरीन पारियों में से एक करार दिया है। अभिषेक त्रिपाठी ने रिकी पोंटिंग से की खास बातचीत, पेश हैं मुख्य अंश।
भारत को बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में क्या हो जाता है। क्या यह तैयारियों में कमी की वजह से होता है या इसके पीछे मानसिकता है?
- अब तक टीम जैसा खेल रही है, उससे नहीं लगता कि तैयारियों में कोई कमी है क्योंकि, ऐसा नहीं है कि टीम ने सिर्फ एक ही टेस्ट मैच खेला है। भारत के अधिकतर खिलाड़ी अभी आईपीएल खेलकर आए हैं, लेकिन इस मैच के लिए बेहतर तैयारी की जरूरत है। आईपीएल में काफी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट देखने मिला था और यहां भी ऐसा ही दिख रहा है। ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस ने गेंद से अच्छी शुरुआत की और दबाव बनाया तथा विकेट लिए। सभी टीम अपनी तैयारियां करती हैं और कौन उस दिन अपनी रणनीति को सही तरीके से अंजाम दे पाता है। यह उस पर निर्भर करता है। ट्रैविस हेड इसका उदाहरण हैं, जिन्हें कुछ ही महीने पहले टेस्ट टीम में जगह मिली थी और उन्होंने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।
अजिंक्य रहाणे ने लंबे समय बाद टेस्ट टीम में जगह बनाई और जिस तरह से पहली पारी में प्रदर्शन किया उसे आप किस तरह देखते हैं?
- रहाणे ने सही मायने में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और मैं निजी तौर पर कह रहा हूं कि मुझे उनकी बल्लेबाजी देखने में आनंद आया। वह लंबे समय से टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे और अवसर मिलने पर उन्होंने साबित किया। मेरे ख्याल से बड़े खिलाड़ी ऐसे ही होते हैं। उन्होंने कुछ अच्छे रक्षात्मक शाट खेले और अच्छी पारी खेली। जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी उस वक्त उन्होंने अपनी करियर की सबसे बेहतरीन पारी में से एक पारी खेली।
आपको क्या लगता है फाइनल में एक टेस्ट होना बेहतर है या बेस्ट आफ तीन टेस्ट का प्रारूप होना चाहिए?
-एक टेस्ट का होना बेहतर है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में मैच के अंत में विजेता टीम को गदा मिलती है और विश्व कप का फाइनल में इसी प्रारूप में खेला जाता है। दो साल की कड़ी मेहनत के बाद टेस्ट की शीर्ष दो टीमें में से एक टीम जब फाइनल के बाद ट्राफी उठाती है तो यह देखना अच्छा लगता है। शीर्ष दो टीमें पांच दिनों तक कड़ी प्रतिस्पर्धा करती हैं तो मेरे ख्याल से यह बेहतर प्रारूप है।
आपको लगता है कि एशेज के लिए कुछ बदलाव किए जाएंगे?
-नहीं मुझे ऐसा नहीं लगता कि किसी तरह का बदलाव होगा। स्काट बोलैंड बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं और चयनकर्ताओं ने सोच कर ही टीम चुनी है। हालांकि, उन्हें यह भी देखना होता है कि टीम में अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसका रिप्लेसमेंट कौन होगा। एशेज के लिए सभी गेंदबाजों को पूरी तरह फिट और तैयार रहना पड़ता है क्योंकि वहां एक टेस्ट नहीं होना है। आपको छह सप्ताह तक कई मैच खेलने हैं इसके लिए सभी गेंदबाजों को लय बरकरार रखनी होगी।
आप टीम के कप्तान भी रहे हैं, ऐसे में आपको लगता है कि पैट कमिंस के लिए हर मैच में बेहतर करना वास्तविक होगा?
-टीम के पास कैमरन ग्रीन भी हैं और एशेज सीरीज में वह गेंदबाजी में बेहतर कर सकते हैं। मुझे यकीन है कि प्रबंधन ने इस बारे में जरूर विचार किया होगा। कमिंस की मदद करने के लिए ग्रीन जैसे कुछ और गेंदबाज भी मौजूद हैं। ग्रीन अभी आईपीएल में खेल कर लौटे हैं और डब्ल्यूटीसी फाइनल की पहली पारी में भी अच्छी गेंदबाजी की है।
इंग्लैंड की टीम बैजबाल को लेकर चल रही है और उसे इससे सफलता भी मिली है। क्या अन्य टीमों को भी यह रणनीति अपनानी चाहिए?
- मुझे लगता है कि यह असंभव है। हां, टीमें प्रयास कर सकती है, लेकिन सभी लोग ऐसा कर पाएंगे यह संभव नहीं है। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पिछली कुछ सीरीज में बेहतर प्रदर्शन किया है और लगातार बाउंड्री से रन बनाने की कोशिश की है। मुझे लगता है कि उन्होंने द्विपक्षीय सीरीज जीतने के लिए क्रिकेट के ब्रांड में बदलाव लाने के लिए ऐसा करने की कोशिश की है।
पैट कमिंस ने पहली पारी में अधिक नोबाल की, उनकी गेंदबाजी को लेकर क्या कहेंगे?
-कमिंस ने डब्ल्यूटीसी फाइनल की पहली पारी में छह नोबाल की। उन्हें इतनी अधिक नोबाल नहीं करनी चाहिए थी और मुझे यकीन है कि वह इसमें सुधार करने की कोशिश करेंगे। हो सकता है कि दूसरी पारी में कमिंस ऐसा ना करें।
आपको क्या लगता डब्ल्यूटीसी फाइनल का नतीजा क्या होगा?
-अभी तक जिस तरह का मैच चल रहा है उसे देखते हुए मैं यह नहीं कह सकता कि भारत इस मैच को जीत सकता है। हालांकि इस खेल का इतिहास रहा है अचंभित करने वाले नतीजे देना, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए यहां की परिस्थिति में खेलना आसान नहीं होगा।