मनन वाया, अहमदाबाद। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 सीजन अब गिनती के दिन दूर हैं। पहले मैच में मौजूदा चैंपियन गुजरात टाइटंस का सामना चेन्नई सुपरकिंग्स से होगा। गुजरात तब घर में लीग मैच खेले बिना खिताब जीतने वाली पहली टी20 फ्रेंचाइजी बनी थी। इस सीजन में वे घर में फैन्स का मनोरंजन करने के लिए बेताब हैं।
गुजरात टाइटंस का घरेलू मैच देखने जाने वाले प्रशंसक का अनुभव कैसा होगा? वह किस तरह की उम्मीद कर सकते हैं? इस बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने के लिए गुजराती जागरण ने गुजरात टाइटंस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) कर्नल अरविंदर सिंह से खास मुलाकात की।
पहले सीजन से जुड़े हैं कर्नल अरविंदर
गौरतलब है कि भारतीय सेना में सेवा देने के बाद कर्नल अरविंदर आईपीएल के पहले सीजन में प्रीति जिंटा की फ्रेंचाइजी किंग्स-11 पंजाब से जुड़े थे। उन्होंने 2 साल तक गुजरात लायंस टीम की भी जिम्मेदारी संभाली। वह पिछले सीजन से गुजरात टाइटंस के प्रभारी हैं। गुजराती जागरण से खास बातचीत में उन्होंने अपने अनुभव और विचार प्रक्रिया को साझा किया।
आईपीएल शुरू होने का समय
कर्नल अरविंदर ने कहा, "आईपीएल के पहले 2-3 साल अलग थे। भारत में पहली बार इस तरह की स्पोर्टिंग प्रॉपर्टी लॉन्च की गई। विचार अच्छा था और समय एकदम सही था। भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीता था। किसी भी नई चीज की तरह, दिलचस्पी का स्तर बनाने में समय लगा। फ्रेंचाइजी को सब कुछ समझने में 2-3 साल लग गए।
उन्होंने कहा, "चौथे-पांचवें साल में एक बड़ा बदलाव आया। माना जाता है कि आईपीएल इसलिए देखा जाता है, क्योंकि क्रिकेट का स्तर बहुत बढ़ गया है। फिर क्रिकेट एंटरटेनमेंट (क्रिकेट+एंटरटेनमेंट) शब्द आया। आज क्रिकेट में आईपीएल से बड़ा कुछ नहीं है।
फैन्स हैं तो IPL है, फैन्स से बड़ा कुछ नहीं
कर्नल ने कहा, "एक प्रशंसक सिर्फ क्रिकेट देखने के लिए मैदान में नहीं आता है, वह एक अनुभव का आनंद लेने आता है। मैच हर जगह एक ही खिलाड़ी द्वारा खेले जाते हैं। अनुभव के लिए फैन पैसे खर्च करता है और स्टेडियम आता है। फैंस हैं तो सब कुछ है। आईपीएल प्रशंसकों के अलावा और कुछ नहीं है। एक प्रशंसक तय करता है कि एक खेल निकाय अच्छा है या नहीं।
टाइटन्स का लक्ष्य
कर्नल अरविंदर ने कहा, "हमारा उद्देश्य आईपीएल की सबसे मनोरंजक और आकर्षक फ्रेंचाइजी बनना है। समय आने पर प्रशंसक परिभाषित करेंगे कि क्या हम उस मंजिल तक पहुंच गए हैं। अभी एक साल हो गया है। उम्मीद भी बढ़ गई है। यह एक अच्छी बात है। हम इस मानसिकता के साथ नहीं बैठ सकते कि हम चैम्पियन बन गए हैं। हमारा ध्यान बेहतर प्रदर्शन करने और प्रशंसकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने पर है।