#JagranForum: कपिल देव ने कहा, माता-पिता ही नहीं चाहते की उनका बच्चा खिलाड़ी बने
जागरण फोरम में कपिल देव ने कहा कि माता-पिता ही नहीं चाहते की उनका बच्चा खिलाड़ी बने।
नई दिल्ली, जेएनएन। दैनिक जागरण की 75वीं वर्षगांठ पर जागरण फोरम में कपिल देव ने भारत में खेलों पर चर्चा करते हुए कहा कि हम देखने में यकीन रखते है, खेलने में नहीं। इस खास चर्चा में कपिल देव के साथ-साथ पूर्व टेनिस खिलाड़ी रमेश कृष्णन भी जुड़े। इन दोनों दिग्गज़ों ने भारत में खेल को लेकर खास बातचीत की।
इस खास चर्चा में भारत को क्रिकेट का पहला विश्व कप दिलवाने वाले कप्तान कपिल देव ने कहा कि, भारत में माता-पिता ही नहीं चाहते की उनका बच्चा खिलाड़ी बने। हमारा देश खेलों का देश नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपनी सोच को बदलने की जरुरत है। हम देखने में यकीन रखते हैं, खेलने में नहीं। हालांकि इस पूर्व भारतीय कप्तान ने ये भी कहा कि स्पोर्ट्स में पैसा आने से अब लोगों का लगाव भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हमें ज्यादा मेडल चाहिए तो हमें अपनी सोच भी बदलनी होगी।
वहीं रमेश कृष्णन ने कहा कि हमारे पूरे देश के लोगों के पास स्पोर्ट्स की फैसिलिटी नहीं है। खेल की सुविधाएं सिर्फ शहरों में ही हैं। हालांकि उन्होंने ये भी माना कि अब समय बदल रहा है और टेनिस में तेजी आ रही है।
इसके अलावा क्रिकेट पर बात करते हुए कपिल देव ने कहा, खेल के नियमों के अनुसार ही बॉलिंग होनी चाहिए।क्रिकेट में नियमों में हुए लगातार बदलाव से खेल बेहतर हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, दुनिया का हर बल्लेबाज भारतीय बल्ले से खेलना चाहते हैं, हमें अपनी गेंद के साथ भी ऐसा ही बदलाव करना चाहिए। हमें अच्छे बल्लों के साथ-साथ अच्छी गेंदों भी बनानी होंगी।
कपिल देव ने भारत में खेलों की स्थिति को बेहतर करने के लिए कुछ अहम सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देनी होंगी। हमें खेल में इस्तेमाल होने वाले सामान को ड्यूटी फ्री करना चाहिए।