तूफानी पारी खेलकर जिम्बाब्वे के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया
36 वर्ष के हो चुके जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। Hamilton Masakadza retirement: किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के लिए इससे अच्छी विदाई क्या हो सकती है। जिम्बाब्वे के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा (Hamilton Masakadza) ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आखिरी मैच खेला। इस मैच में हैमिल्टन ने 42 गेंदों पर नाबाद 71 रन की पारी खेली। अपनी पारी के दम पर उन्होंने अपनी टीम को इस मैच में 7 विकेट से शानदार जीत भी दिलाई। बेहतरीन पारी और शानदार जीत के साथ उन्होंने अपने 18 वर्ष के क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया।
🚨Zimbabwe win! 🚨
The perfect send-off for captain Hamilton Masakadza who has played his last game for his country today!
His side win by seven wickets 👏 pic.twitter.com/Gx9cDTTKzt
— ICC (@ICC) September 20, 2019
हैमिल्टन ने अपने क्रिकेट करियर के आखिरी मुकाबले में तूफानी पारी खेली। उन्होंने अपनी टीम के लिए 42 गेंदों पर 71 रन बनाए और अपनी पारी में चार चौके व पांच छक्के लगाए। उनका स्ट्राइक रेट 169.05 का रहा। उनकी पारी के दम पर जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान को 7 विकेट से हरा दिया। इुस मैच में अफगानिस्तान ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 155 रन बनाए थे। इसके जवाब में जिम्बाब्वे की टीम ने 19.3 ओवर में तीन विकेट पर 156 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली।
हैमिल्टन जिम्बाब्वे के एकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने 300 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले। वहीं टी 20 क्रिकेट में जिम्बाब्वे की तरफ से 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले वो जिम्बाब्वे के पहले खिलाड़ी हैं। 36 वर्ष के हैमिल्टन ने अपनी टीम के लिए 38 टेस्ट में 30.04 की औसत से 2223 रन बनाए थे। टेस्ट में उनके नाम पर पांच शतक हैं और उनका बेस्ट स्कोर 158 रन है।
उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए कुल 209 वनडे मैचों में पांच शतक लगाए और 27.73 की औसत के कुल 5658 रन भी बनाए। वनडे में उनकी बेस्ट पारी नाबाद 178 रन की थी। वहीं 65 टी 20 मैचों में उनके नाम पर कुल 1591 रन है। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 93 रन था।
उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए। साल 2014 में सिकंदर रजा के साथ मिलकर उन्होंने वनडे क्रिकेट में जिम्बाब्वे के लिए सबसे बड़ी साझेदारी पहले विकेट के लिए की थी। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 224 रन बनाए थे। जनवरी 2016 में बांग्लादेश दौरे पर उन्होंने टी 20 द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उन्होंने उस दौरे पर चार मैचों में कुल 222 रन बनाए थे।
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