न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के जे फैक्टर से निपटना होगा
सुपर 10 राउंड में अपराजेय रहकर टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचे न्यूजीलैंड के सामने आज पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड के जे फैक्टर (जेसन रॉय, जो रूट और जोस बटलर) से निपटने की चुनौती रहेगी।
नई दिल्ली। सुपर 10 राउंड में अपराजेय रहकर टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचे न्यूजीलैंड के सामने आज पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड के जे फैक्टर (जेसन रॉय, जो रूट और जोस बटलर) से निपटने की चुनौती रहेगी।
न्यूजीलैंड ने सुपर 10 राउंड में मेजबान भारत को 47 रनों से, ऑस्ट्रेलिया को 8 रनों से, पाकिस्तान को 22 रनों से और बांग्लादेश को 75 रनों से रौंदते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद से कीवी टीम को खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। इंग्लैंड को वेस्टइंडीज से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उसने दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान और श्रीलंका को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी मुख्य रूप से जे फैक्टर (जेसन रॉय, जो रूट और जोस बटलर) पर निर्भर है। इंग्लैंड का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 230 रनों के लक्ष्य को हासिल करना जेसन और रूट की धमाकेदार पारी की मदद से संभव हो पाया था। जेसन ने 16 गेंदों में 43 रन बनाकर तूफानी शुरुआत दी और फिर रूट ने 44 गेंदों पर 83 रनों की पारी की मदद से टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। जेसन ने श्रीलंका के खिलाफ भी दमदार पारी खेली और बटलर ने 66 रनों की नाबाद पारी से टीम को जीत दिलवाकर सेमीफाइनल में पहुंचाया।
न्यूजीलैंड की ताकत अभी तक उसके तेज गेंदबाज हुआ करते थे, लेकिन इस विश्व कप में उसके स्पिनर्स प्रभावी प्रदर्शन कर रहे हैं। लेग स्पिनर मिचेल सेंटनर 9 विकेट ले चुके हैं तो ईश सोढ़ी 8 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। सेंटनर ने तो पहले मैच में नागपुर में भारत के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन कर 11 रनों पर 4 विकेट लेकर सबको चौंका दिया था। नाथन मॅक्कुलम को कम मौके मिले, लेकिन उन्होंने भी मौकों को भुनाया है।
फिरोजशाह कोटला की धीमी पिच के चलते पहले सेमीफाइनल में कीवी स्पिनर्स और इंग्लैंड के बल्लेबाजों के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। अब देखना होगा कि कीवी स्पिनर्स इंग्लैंड के 'जे फैक्टर' से कैसे निपटते हैं।