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World Cup 2019: दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाडि़यों ने हर बार विश्व कप में आंसू बहाए हैं

कभी बारिश के विलेन बनने मैच टाई होने तो कभी खराब क्षेत्ररक्षण के इस टीम ने विश्व कप के क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल में हार का सामना किया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 02:40 AM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 07:15 AM (IST)
World Cup 2019: दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाडि़यों ने हर बार विश्व कप में आंसू बहाए हैं
World Cup 2019: दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाडि़यों ने हर बार विश्व कप में आंसू बहाए हैं

निखिल शर्मा, नई दिल्ली। जब भी विश्व कप शुरू होता है तब दक्षिण अफ्रीका को मजबूत टीमों में गिना जाता है, लेकिन एक यही टीम है जिसके खिलाडि़यों ने हर बार विश्व कप में आंसू बहाए हैं। यह टीम भी इंग्लैंड की तरह एक बार भी विश्व कप नहीं जीत पाई है। 1992 में पहला विश्व कप खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम को पहली बार में ही चोकर का तमगा मिल गया और यह क्रम अभी तक जारी है।

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कभी बारिश के विलेन बनने, मैच टाई होने तो कभी खराब क्षेत्ररक्षण के इस टीम ने विश्व कप के क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल में हार का सामना किया।

पहला विश्व कप जीतने का सपना देख रही दक्षिण अफ्रीका को कम आंकने की गलती तो कोई भी टीम नहीं करेगी, लेकिन खुद इस टीम के खिलाड़ी अपने ऊपर से चोकर के तमगे को हटाने के लिए लालायित होंगे। खासकर पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स के संन्यास के बाद फाफ डु प्लेसिस के पास खुद को साबित करने की चुनौती होगी।

कुल मिलाकर यह टीम इस बार अहम मौके पर चूकना नहीं चाहेगी। खास बात यह है कि भारतीय टीम इस विश्व कप में अपनी शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही करेगी।

निडरता होगी कुंजी

दक्षिण अफ्रीका के खिलाडि़यों का वनडे में निडर खेल ही उसकी कुंजी है। इसमें भी दो राय नहीं कि उनके खिलाड़ी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक हैं। विश्व कप खेलने वाली टीमों में दक्षिण अफ्रीका का तेज गेंदबाजी आक्रमण सबसे तेज है। उनके पास लगातार 150 किमी प्रतिघंटा की गति से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज हैं, जो इंग्लैंड की पिचों पर और भी ज्यादा घातक साबित हो सकते हैं। यह एक ऐसी टीम है जो अगर लय में हुई तो कुछ भी कर सकती है, बस उन्हें क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल जैसे बड़े मैचों के दबाव को भूलना होगा।

ऐसी है टीम

नंबर 1 : क्विंटन डिकॉक

16 मैचों में 529 रन बनाकर विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक आइपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे नंबर पर रहे। उन्होंने विश्व कप से ठीक पहले अच्छी फॉर्म पा ली है। 106 वनडे में 45.56 के औसत से 4602 रन बना चुके क्विंटन के नाम 14 वनडे शतक हैं। दक्षिण अफ्रीका को तेज शुरुआत दिलाने में क्विंटन अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे।

नंबर 2 : हाशिम अमला

वनडे में 27 शतक से ही पता चलता है कि हाशिम अमला किस स्तर के खिलाड़ी हैं। उनके नाम 174 वनडे में 7910 रन भी दर्ज हैं। इसी के साथ वह जेपी डुमिनी के बाद टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी भी होंगे। उनकी ठोस शुरुआत दक्षिण अफ्रीकी टीम को नींव प्रदान करेगी।

नंबर 3 : फाफ डुप्लेसिस (कप्तान)

आइपीएल के शुरुआती मुकाबलों में चेन्नई ने फाफ डुप्लेसिस को मौका नहीं दिया। इसके बावजूद वह 12 मैचों में 396 रन बनाने में कामयाब रहे थे। उनकी शानदार फॉर्म विरोधी टीम के लिए खतरे की घंटी होगी। तीसरे नंबर पर आकर वह अपनी टीम के लिए विराट कोहली वाला काम करेंगे। डुप्लेसिस के नाम 134 वनडे में 5120 रन हैं, जिसमें 11 शतक शामिल हैं।

नंबर 4 : रेसे वेन डेर डुसेन

बहुत कम समय में ही रेसे ने दक्षिण अफ्रीका के लिए वह कर दिखाया है, जिसका कई खिलाड़ी सपना देखते हैं। चौथे नंबर पर खेलते हुए डुसेन ने मात्र नौ वनडे में 88.25 के जबरदस्त औसत से 353 रन बनाए हैं। नौ में से चार पारियों में डुसेन ने अर्धशतक लगाए हैं। ऐसे में मध्य क्रम में वह टीम की जान होंगे।

नंबर 5 : डेविड मिलर

आइपीएल में पंजाब की ओर से खेलते हुए डेविड मिलर की फॉर्म अच्छी नहीं रही। बावजूद इसके दक्षिण अफ्रीका मिलर को अंतिम-11 से बाहर करने का रिस्क नहीं उठाएगी। मिलर के नाम 120 वनडे में 2922 रन हैं, जिसमें उन्होंने चार शतक लगाए हैं। टीम को बड़े लक्ष्य का पीछा करना हो या बडे़ स्कोर तक पहुंचाना है इसमें मिलर की फिनिशर की भूमिका अहम रहने वाली है।

नंबर 6 : ड्वेन प्रिस्टोरियस

ड्वेन प्रिस्टोरियस ने टीम में गेंदबाजी ऑलराउंडर के तौर पर जगह बनाई है। 19 वनडे का तजुर्बा रखने वाले डवेन ने 24 विकेट चटकाए हैं। वहीं उनके नाम एक अर्धशतक भी मौजूद है। दक्षिण अफ्रीकी टीम पिच के हिसाब से प्रिस्टोरियस और जेपी डुमिनी का इस्तेमाल कर सकती है।

नंबर 7 : एंदिले फेलुकवायो

43 वनडे में 54 विकेट ले चुके एंदिले फेलुकवायो टीम के अहम गेंदबाजों में से एक हैं। वह समय पर अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। फेलुकवायो इंग्लैंड की तेज पिचों पर 145 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अपनी सीम गेंदबाजी से किसी भी बल्लेबाज का परेशान करने का माद्दा रखते हैं।

नंबर 8 : कैगिसो रबादा

आइपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए 24 विकेट लेकर कैगिसो रबादा ने दिखाया है कि वह किस स्तर के गेंदबाज हैं। रबादा के अंदर लगातार 150 किमी प्रति घंटा से गेंदबाजी करने की कूव्वत है। वह दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजी के मुख्य हथियार हैं। आइपीएल में चोटिल होने के बाद दक्षिण अफ्रीका चाहेगा कि वह विश्व कप से पहले ठीक हो जाएं। उनके नाम 66 वनडे में 106 विकेट दर्ज हैं।

नंबर 9 : तबरेज शम्सी

विश्व क्रिकेट में कुछ ही गेंदबाज हैं चाइनामैन फेंक सकते हैं। भारत के कुलदीप यादव के बाद विश्व कप में जलवा बिखरने वाले तबरेज दूसरे चाइनामैन स्पिनर होंगे। शम्सी ने 15 मैचों में 19 विकेट लिए हैं और सपाट पिचों पर वह अपनी स्पिन से विरोधी टीमों के लिए बखेड़ा खड़ा कर सकते हैं।

नंबर 10 : लुंगी नगिदी

एक अन्य तेज गेंदबाज लुंगी नगिदी के पास मात्र 18 वनडे खेलने का अनुभव है, लेकिन उन्होंने 21.65 के बेहतरीन औसत से 34 विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीका को कई जीत दिलाई हैं। दक्षिण अफ्रीका को विश्व कप जिताने के सपने को पूरा करने में रबादा के बाद नगिदी से भी बड़ी उम्मीदे हैं।

नंबर 11 : इमरान ताहिर

40 वर्ष के लेग स्पिनर इमरान ताहिर के पास बेतहाशा अनुभव है। अपने करियर में वह करीब 48 टीमों के लिए खेल चुके हैं। पाकिस्तान से इंग्लैंड और फिर दक्षिण अफ्रीका का सफर तय करने वाले ताहिर ने आइपीएल में 25 विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम की। इमरान 98 वनडे में 162 विकेट ले चुके हैं।

इन पर भी रहेंगी निगाहें

 जेपी डुमिनी

लंबे समय बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले जेपी डुमिनी ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट से संन्यास लिया है। 194 वनडे में डुमिनी के नाम 5047 रन दर्ज हैं, जिसमें चार शतक शामिल हैं। इसी के साथ उन्होंने 68 विकेट भी लिए हैं। प्रिस्टोरियस को बाहर बैठाकर दक्षिण अफ्रीकी टीम स्पिन के मुफीद पिच पर डुमिनी को उतार सकती है।

एडन मार्करैम

एडन मार्करमैन के पास मात्र 18 वनडे का अनुभव है। विश्व कप टीम में मार्करैम ने अतिरिक्त ओपनर के तौर पर जगह बनाई है। वह मौका मिलने पर बड़ी पारी खेल सकते हैं।

डेल स्टेन

125 वनडे मैचों में 196 विकेट ले चुके डेल स्टेन के पास विश्व कप का अच्छा अनुभव है। हालांकि चोट की वजह से वह पिछले काफी समय से टीम से बाहर रहे थे। आइपीएल में चोटिल होने के बाद अब दक्षिण अफ्रीकी टीम उनके ठीक होने की उम्मीद कर रही है।

एनरिच नोत्र्जे

एनरिच नोत्र्जे दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में नई सनसनी हैं। सिर्फ चार वनडे मैचों का अनुभव रखने वाले एनरिच दायें हाथ के तेज गेंदबाज हैं और मौका मिलने पर बड़ी कामयाबी दर्ज कर सकते हैं।

विश्व कप में प्रदर्शन

वर्ष       मेजबान      सफर

1992, ऑस्ट्रेलिया, सेमीफाइनल

1996, भारत, क्र्वाटरफाइनल

1999, इंग्लैंड, सेमीफाइनल

2003, दक्षिण अफ्रीका, ग्रुप स्तर

2007, वेस्टइंडीज, सेमीफाइनल

2011, भारत, क्वार्टरफाइनल

2015, ऑस्ट्रेलिया, सेमीफाइनल

इस विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के मैच

दिन       बनाम     समय

30 मई, इंग्लैंड,    दोपहर तीन बजे

2 जून, बांग्लादेश, दोपहर तीन बजे

5 जून, भारत,     दोपहर तीन बजे

10 जून, वेस्टइंडीज, दोपहर तीन बजे

15 जून, अफगानिस्तान, शाम छह बजे

19 जून, न्यूजीलैंड, दोपहर तीन बजे

23 जून, पाकिस्तान, दोपहर तीन बजे

28 जून, श्रीलंका, दोपहर तीन बजे

6 जुलाई, ऑस्ट्रेलिया, शाम छह बजे

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