Move to Jagran APP

...जब धौनी को इंडिया-ए में भी लेने को तैयार नहीं थे सेलेक्टर

'वह भी एक दौर था, यह भी एक दौर है'..आज जिस भारतीय कप्तान से चयनकर्ता पूछकर टीम का चयन करते हैं, जिस कप्तान को दुनिया कैप्टन कूल, मिडास, चैंपियनों का चैंपियन जैसे नाम दे रही है उसी कप्तान के करियर के शुरुआत में एक ऐसा भी दौर आया था जब चयनकर्ता उन्हें इंडिया-ए की टीम में भी शामिल करने को तैयार नहीं थे। समय बदला, मेहनत रंग लाई और अनहोनी को होनी करते हुए रांची के राजकुमार धौनी ने दिखा दिया कि उनके जैसा वाकई कोई नहीं है।

By Edited By: Published: Mon, 15 Jul 2013 02:47 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2013 02:49 PM (IST)
...जब धौनी को इंडिया-ए में भी लेने को तैयार नहीं थे सेलेक्टर

नई दिल्ली। 'वह भी एक दौर था, यह भी एक दौर है'..आज जिस भारतीय कप्तान से चयनकर्ता पूछकर टीम का चयन करते हैं, जिस कप्तान को दुनिया कैप्टन कूल, मिडास, चैंपियनों का चैंपियन जैसे नाम दे रही है उसी कप्तान के करियर के शुरुआत में एक ऐसा भी दौर आया था जब चयनकर्ता उन्हें इंडिया-ए की टीम में भी शामिल करने को तैयार नहीं थे। समय बदला, मेहनत रंग लाई और अनहोनी को होनी करते हुए रांची के राजकुमार धौनी ने दिखा दिया कि उनके जैसा वाकई कोई नहीं है।

loksabha election banner

बात है एक दशक पुरानी, साल 2004 में जब चयनकर्ता केन्या दौरे के लिए जूनियर भारतीय टीम यानी इंडिया-ए टीम का चयन कर रहे थे तब धौनी का नाम भी सामने रखा गया था लेकिन ज्यादातर चयनकर्ता उन्हें टीम में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे, वे उस जगह के लिए उस समय घरेलू क्रिकेट में जलवा बिखेर रहे विकेटकीपर-बल्लेबाज दीपदास गुप्ता को तवज्जो दे रहे थे जो इंग्लैंड के खिलाफ शतक भी जड़ चुके थे और धौनी की प्रतिभा पर किसी को भरोसा नहीं था। उस चयनकर्ता पैनल में किरन मोरे भी शामिल थे जो धौनी के पक्ष में थे और उन्होंने ही इस बात का खुलासा भी किया है। मोरे के मुताबिक उस चयन में ईस्ट जोन से दीपदास गुप्ता ही सबके हॉट फेवरेट नजर आ रहे थे लेकिन धौनी की किस्मत ने तभी से काम करना शुरू कर दिया था और आखिर चयनकर्ताओं ने धौनी के उस केन्या दौरे के लिए टीम में चुन ही लिया जिसके बाद माही ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

बेशक धौनी की किस्मत ने उनका हमेशा साथ दिया है, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि इस खिलाड़ी ने हर बार मिले मौकों का फायदा उठाया। वनडे करियर की शुरुआत के चार मैचों में तो वह फ्लॉप साबित हुए लेकिन अपने पांचवें वनडे में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने जो 123 गेंदों में 148 रनों की धुआंधार पारी खेली उसने संकेत दे दिया कि इस खिलाड़ी में कुछ खास है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.