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वीवीएस लक्ष्मण ने वीरेंद्र सहवाग को टेस्ट इतिहास का विध्वंसक ओपनर बल्लेबाज करार दिया

वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में खुद को एक विध्वंसक ओपनर बल्लेबाज के तौर पर स्थापित किया था।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 06:41 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:41 PM (IST)
वीवीएस लक्ष्मण ने वीरेंद्र सहवाग को टेस्ट इतिहास का विध्वंसक ओपनर बल्लेबाज करार दिया
वीवीएस लक्ष्मण ने वीरेंद्र सहवाग को टेस्ट इतिहास का विध्वंसक ओपनर बल्लेबाज करार दिया

नई दिल्ली, जेएनएन। वीरेंद्र सहवाग को भारत के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाजों मे से एक माना जाता है और उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली के दम पर टेस्ट क्रिकेट में जो बदलाव लाया वो काबिले तारीफ था।सहवाग उन लोगों में से एक थे जिन्होंने टेस्ट मैच के पहले ओवर में तेज गेंदबाजों को निशाने पर लेकर एक टेस्ट ओपनर की क्रिकेट की परिभाषा को चुनौती दी थी और उन्होंने उच्चतम स्तर पर हासिल की अपनी सफलता से कई लोगों को आश्चर्यचकित किया। उनकी इसी को ध्यान में रखते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाज और सहवाग के पूर्व साथी खिलाड़ी  वीवीएस लक्ष्मण ने भारत के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज की सराहना की।

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सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और जवागल श्रीनाथ की प्रशंसा करने के बाद, महान क्रिकेटरों के साथ खेलने की अपनी सीरीज में लक्ष्मण ने शुक्रवार को सहवाग को चुना। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सहवाग को सबसे विनाशकारी सलामी बल्लेबाजों में से एक करार दिया और उनके सकारात्मकता व आत्मविश्वास की जमकर सराहना की।  

अपने ट्वीट में लक्ष्मण ने लिखा कि सहवाग पर ये आरोप लगे थे कि वो अच्छी गुणवत्ता वाले तेज गेंदबाजों के सामने ज्यादा अच्छा नहीं कर पाते, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे विध्वंसक ओपनर बल्लेबाजों में से एक के रूप में खुद को स्थापित किया। वीरू का खुद पर आत्मविश्वास और सकारात्मकता कमाल की थी और ये बहुत प्रभावी भी था। 

सहवाग ने भारत का प्रतिनिधित्व 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 मैचों में किया जहां उन्होंने 8586, 8273 और 394 रन बनाए। सहवाग ने अपने करियर की शुरुआत एक मध्यक्रम के बल्लेबाज के तौर पर की थी। वो भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पहला तीहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ी थे और साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में उन्होंने ये उपलब्धि हासिल की थी। वहीं उन्होंने टेस्ट में तीहरा शतक दूसरी बार साल 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में लगाया था। इसके अलावा वो सचिन के बाद वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज थे। 


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