दूसरा टेस्ट-तीसरा दिन: विजय के अर्धशतक से भारत मैच में बरकरार
लंदन। गेंदबाजों के लिए बेहद ही मददगार हुई लॉर्ड्स की पिच पर सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की जूझारू अर्धशतकीय पारी की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 16
लंदन। गेंदबाजों के लिए बेहद ही मददगार हुई लॉर्ड्स की पिच पर सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की जूझारू अर्धशतकीय पारी की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 169 रन बनाकर मैच को जीवंत बनाए रखा। भारत की कुल बढ़त 145 रन की हो गई है और विजय 59 रन बनाकर कप्तान एमएस धौनी (12) के साथ क्रीज पर डटे हुए हैं। दोनों के बीच अभी तक 46 रन की अटूट साझेदारी हो चुकी है।
लगातार स्विंग होती गेंदों के बीच विजय ने अभी तक 190 गेंदों का सामना किया है और सात चौके लगा चुके हैं, जबकि धौनी 51 गेंदों का सामना कर दो चौके लगा चुके हैं। खेल का तीसरा दिन काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा। इंग्लैंड की पहली पारी 319 रन पर सिमट जाने के बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी को उतरी भारतीय टीम ने चायकाल तक शिखर धवन के विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाकर अच्छी स्थिति की ओर बढ़ती नजर आ रही थी।
लेकिन दिन के आखिरी सत्र में प्लंकेट ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट निकाल कर मैच में इंग्लैंड की वापसी कराई। प्लंकेट ने पहले चेतेश्वर पुजारा को 43 रन पर विकेटकीपर मैट प्रायर के हाथों कैच आउट कराकर मुरली विजय के साथ उनकी 78 रन की अहम साझेदारी का अंत किया। और फिर अगली ही गेंद पर कोहली को बोल्ड करके भारत को तगड़ा झटका दिया। तीन ओवर बाद स्टुअर्ट ब्रॉड ने पहली पारी में शतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे (05) को आउट करके भारत को बैकफुट पर भेज दिया।
एक समय एक विकेट पर 118 रन बना चुके भारत का स्कोर अचानक से चार विकेट पर 123 रन हो गया। लेकिन कप्तान धौनी और विजय ने भारत के लिए स्थिति को भयावह नहीं होने दिया और एक-एक गेंद संभलकर खेलते हुए दिन का खेल खत्म किया।
इससे पहले भुवनेश्वर कुमार लॉर्ड्स पर भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दूसरे गेंदबाज बने। भुवी ने 82 रन देकर छह विकेट हासिल किए जिससे भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी 319 रन पर समेट दी। भारत ने पहली पारी में 295 रन बनाए थे जिससे इंग्लैंड ने 24 रन की बढ़त हासिल की। इंग्लैंड की तरफ से तीसरे दिन लियाम प्लेंकेट (55) ने अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया।
भुवी से पहले अमर सिंह ने यहां 1936 में 35 रन देकर छह विकेट हासिल कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। उत्तर प्रदेश के भुवनेश्वर ने इस प्रदर्शन से लॉर्ड्स के प्रतिष्ठित ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम लिखवा लिया। इससे पहले अंजिक्य रहाणे ने शतकीय पारी खेलकर पहले दिन इस पर अपना नाम लगवाया था।
भुवनेश्वर ने सीरीज में दूसरी बार पांच विकेट चटकाए जो लगातार टेस्ट में आए हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते ट्रेंट ब्रिज में 82 रन देकर पांच विकेट प्राप्त किए थे। रवींद्र जडेजा (46 रन देकर दो विकेट), मुहम्मद शमी (58 रन देकर एक विकेट) और मुरली विजय (12 रन देकर एक विकेट) भारत के लिये इस पारी में विकेट झटकने वाले अन्य गेंदबाज रहे। इशांत शर्मा (61 रन देकर कोई विकेट नहीं) और स्टुअर्ट बिन्नी (45 रन देकर कोई विकेट नहीं) को दूसरे दिन भी अच्छी गेंदबाजी के बावजूद उनके प्रयासों का कोई फल नहीं मिला।
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