कानपुर वनडे में इन दोनों तेज गेंदबाजों के साथ वो हुआ जो इन्होंने सोचा नहीं था
कानपुर में बल्लेबाजों ने इन दो तेज गेंदबाजों को जमकर धोया।
संजय सावर्ण, नई दिल्ली। कानपुर जैसा रोचक वनडे मुकाबला रोज-रोज देखने को नहीं मिलता। रविवार को खेले गए इस हाई स्कोरिंग मैच में वो सब हुआ जिसके बारे में किसी को अंदाजा नहीं था। भारतीय टीम ने 337 रन का विशाल स्कोर बनाया और जवाब में कीवी टीम भी 331 तक पहुंची। हालांकि खेल के अंत में ऐसे उतार-चढ़ाव आए जिसकी वजह से भारतीय टीम को जीत मिली लेकिन सांसे तो भारतीय फैंस की अटकी हुई थी कि कहीं ये मैच हाथ से ना निकल जाए। खैर इस मैच को भूलना आसान नहीं होगा लेकिन ये मुकाबला एक और मायने में खास रहा। इस मैच में दोनों ही टीमों के दो बेहतरीन गेंदबाज की इतनी धुनाई हुई जिसकी कल्पना शायद ही इन दोनों ने की होगी।
बोल्ट को भारतीय बल्लेबाजों ने किया बोल्ड
ट्रेंट बोल्ट कितने खतरनाक गेंदबाज हैं इसके बारे में सबको पता है। भारत के खिलाफ उनकी गेंदबाजी भी काफी अच्छी रही है लेकिन कानपुर वनडे में बोल्ट का वो मैजिक मिस था। बोल्ट ने अपनी तरफ से बेहतरीन गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन भारतीय बल्लेबाज उन्हें मौका ही नहीं दे रहे थे। खास तौर पर रोहित और विराट ने तो उन्हें खूब पीटा। उन्होंने इस मैच में 10 ओवर में 8.10 की इकानॉमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 81 रन लुटाए। उनकी गेंदों पर कुल 12 चौके लगे और बोल्ट ने अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा तीन वाइड गेंदें फेंकी। बोल्ट को एक भी विकेट नहीं मिला। उन्होंने अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन लुटाए।
भुवी को घुमा-घुमा कर मारा कीवी बल्लेबाजों ने
दूसरी पारी में जब भुवनेश्वर कुमार को भारत की तरफ से पहला ओवर फेंकने के लिए दिया गया तो शायद ही उन्होंने सोचा होगा कि रविवार का दिन उनके लिए इतना खराब साबित होगा। भुवी के पहले ही ओवर में कीवी टीम के ओपनर बल्लेबाज मुनरो ने उनकी जबरदस्त पिटाई कर दी। इसके बाद तो भुवी लय में लौटे ही नहीं और वो जब भी आते उनकी जमकर पिटाई कर दी जाती। जाहिर है भुवनेश्वर इन दिनों कमाल की गेंदबाजी कर रहे हैं लेकिन ये उनका दिन नहीं था। भुवी तो बोल्ट से भी महंगे साबित हुए और उन्होंने 10 ओवर में 9.20 की इकानॉमी रेट से रन लुटाते हुए 92 रन दिए। उनकी गेंदों पर 8 चौके और तीन छक्के लगे। सबसे अहम बात ये कि उन्होंने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 7 वाइड गेंदें फेंकी। हालांकि भुवनेश्वर विकेट को एक विकेट लेने में सफलता मिली। उन्होंने निकोलस को 37 रन पर क्लीन बोल्ड कर दिया और इस विकेट ने भारतीय टीम को जीत की राह पर ला दिया।