तीसरे ओपनर और दूसरे विकेटकीपर को लेकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए मचेगा घमासान
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तीसरे ओपनर की तलाश सेलेक्टर्स के लिए बड़ी चुनौती होगी।
हैदराबाद, प्रेट्र। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट टीम का चयन करने से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट और सेलेक्शन कमेटी कुछ अहम मसलों पर बातचीत जरूर करेगी जिसमें पहला मुद्दा होगा भारतीय टेस्ट टीम के तीसरे ओपनर बल्लेबाज का और दूसरा टीम का दूसरा विकेटकीपर कौन होगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेसट सीरीज में भारतीय ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और विकेटकीपर रिषभ पंत ने जैसा प्रदर्शन किया उससे ये तो लगभग पक्का हो गया कि उन्हें 6 दिसंबर से एडिलेड में शुरू हो रहे पहले टेस्ट के अंतिम ग्यारह में मौका तो जरूर मिलेगा। वहीं टीम मैनेजमेंट लोकेश राहुल को काफी सपोर्ट कर रहा है जो पिछले 17 पारियों में 14 बार फेल हुए हैं यानी वो दूसरे ओपनर के तौर पर टीम में जरूर रहेंगे। अब टीम में तीसरे ओपनर के तौर पर कौन होगा ये काफी अहम होगा क्योंकि इस तीसरे खिलाड़ी का रोल ऑस्ट्रेलिया जैसे अहम दौरे के दौरान काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।
विराट कोहली ने लोकेश राहुल के बारे में कहा था कि वो अपनी कमी की तरफ ध्यान देते हुए उसे दूर करने की कोशिश जरूर करेंगे। उनकी सबसे अच्छी बात ये है कि जब उन्हें कोई उनकी कमी बताता है तो उसे काफी सकारात्मक तरीके से लेते हैं। विराट की इस बात से ये तो साफ है कि वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कम से कम पहले टेस्ट में तो राहुल व पंत की जोड़ी को जरूर आजमाएंगे। पर सवाल ये है कि अगर राहुल पहले ही टेस्ट में फेल हो गए तो क्या होगा। फिलहाल तो किसी के भी पास इसका ठोस जबाव नहीं है। वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान मयंक को टीम में तीसरे ओपनर के तौर पर रखा गया था। मयंक टीम में तीसरे ओपनर के लिए बड़े दावेदार हो सकते हैं जब दौरे के लिए 17 सदस्यीय टीम का चुनाव किया जाएगा। मयंक ने तो रन खूब बनाए हैं लेकिन उन्हें पृथ्वी की तरह फिलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अनुभव नहीं है और वो स्टार्क, हेजलवुज और कमिंस की आग उगलती गेंद का सामना कैसे करेंगे ये भी बड़ा मसला है।
सेलेक्टर्स ओपनर के तौर पर राहुल, पंत और मयंक को टीम में शामिल कर सकते हैं लेकिन इनमें पंत और मयंक का अनुभव कम है और राहुल का फॉर्म अच्छा नहीं है। ऐसे में टीम में मुरली विजय को शायद मौका मिल सकता है। हालांकि विजय दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दौरे पर फेल हो गए थे और उनका खराब फॉर्म शायद एमएसके प्रसाद को उन्हें नजरअंदाज करने पर मजबूत करे। मुरली ने एसेक्स के खिलाफ काउंटी क्रिकेट में अपनी टीम के लिए 56,100,85,80 रन की पारी खेली थी और वो रणजी ट्रॉफी के शुरुआती मुकाबले में भी खेलकर अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। हालांकि ओपनर के तौर पर शिखर धवन भी एक विकल्प हैं लेकिन वो टीम में आ पाएं इसकी संभावना काफी कम ही है।
विकेटकीपर की बात करें तो साहा तो टीम में विकेटकीपर के तौर पर मौका मिल सकता है। वैसे साहा के मुकाबले पंत ज्यादा आक्रामक बल्लेबाज हैं। मांजरेकर ने रवि शास्त्री से पूछा था कि अगर साहा टीम में वापसी करते हैं तो उन्होंने कहा था कि हम उस खिलाड़ी को तवज्जो देंगे जिनका फॉर्म ज्यादा बेहतर होगा।