Move to Jagran APP

तेज पिच पर भारतीय बल्लेबाजों की अग्निपरीक्षा

भारत और वेस्ट इंडीज की टीमें शुक्रवार को एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला चौथा वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच जीतकर सीरीज में बढ़त बनाने के इरादे

By SanjayEdited By: Published: Thu, 16 Oct 2014 06:52 PM (IST)Updated: Thu, 16 Oct 2014 06:59 PM (IST)
तेज पिच पर भारतीय बल्लेबाजों की अग्निपरीक्षा

धर्मशाला, राकेश पठानिया। भारत और वेस्ट इंडीज की टीमें शुक्रवार को एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला चौथा वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच जीतकर सीरीज में बढ़त बनाने के इरादे से मैदान में उतरेंगी। हालांकि धर्मशाला में एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों की अग्निपरीक्षा होगी। क्योंकि तेज और बाउंसी पिच हमेशा से ही मेजबानों के लिए एक चुनौती रही है।

loksabha election banner

वेस्ट इंडीज के ठीक ठाक तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुश्किल साबित हो सकता है। भारत की फिरोजशाह कोटला मैदान पर सीरीज बराबर करने वाली आसान जीत में वेस्ट इंडीज की खामियों का हाथ रहा, जो ऐसी पिच पर अच्छा नहीं खेल सकी जिस पर कुछ उछाल मौजूद था। रवींद्र जडेजा और अमित मिश्रा की स्पिन जोड़ी ने मददगार हालात का पूरा फायदा उठाया, जिससे वेस्टइंडीज ने 263 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अंत में 45 रन के अंदर आठ विकेट खो दिए। हालांकि भारतीय स्पिनरों के लिए यहां की पिच से वही मदद हासिल करना मुश्किल होगा जो तेज और उछाल भरी है।

ऐसे विकेट पर कप्तान धौनी चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने पर विचार कर सकते हैं। इस हालत में लेग स्पिनर अमित की जगह इशांत शर्मा ले सकते हैं। इशांत की गेंदबाजी इस पिच पर आदर्श साबित हो सकती है। विश्व कप भी ज्यादा दूर नहीं है और इशांत चाहेंगे कि वह अगले साल फरवरी में शुरू होने वाले इस महाकुंभ से पहले धौनी के तेज गेंदबाजी विभाग में एक विश्वस्त के रूप में शामिल हो जाएं। भारतीय तेज गेंदबाजों ने शुरुआती दो वनडे के दौरान हालांकि इतना आक्रामक प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन मुहम्मद शमी ने निश्चित रूप से प्रभावित किया जो दो मैचों में आठ विकेट से सीरीज में अभी तक सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं। बल्लेबाजी में उम्मीदों का दारोमदार धौनी के अलावा सुरेश रैना और विराट कोहली पर रहेगा। कोहली की फॉर्म में वापसी से टीम के हौसले बुलंद होंगे। उनके बल्ले ने काफी लंबे समय बाद रन बटोरे।

इस मैदान की आउटफील्ड भी तेज है। इसलिए क्षेत्ररक्षण में कहीं भी थोड़ी ढील हो तो गेंद सीधा सीमा रेखा के पार पहुंच जाती है। ऐसी परिस्थितियों में दोनों टीमों के लिए क्षेत्ररक्षण की भूमिका भी अहम रहेगी। इस मैच में टॉस भी अहम रहेगा। मैच डे-नाइट होने के चलते दोनों ही टीमें टॉस जीत पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेंगी, क्योंकि शाम ढलते ही ओस का असर देखने को मिलेगा।

सीरीज 1-1 से बराबरी पर है और एचपीसीए का खूबसूरत स्टेडियम दोनों टीमों के लिए बढ़त बनाने का बेहतरीन मंच प्रदान करेगा। इसके बाद अंतिम मैच 20 अक्टूबर को ईडन गार्डेंस पर खेला जाएगा।

पिछला मैच हारा था भारत :

इस स्टेडियम में अभी तक एक वनडे मैच भारत व इंग्लैंड के बीच 27 जनवरी, 2013 को हुआ था। जिसमें भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था।

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.