दूसरा टेस्ट-चौथा दिन: ऐतिहासिक जीत से छह विकेट दूर भारत
लंदन। मुरली विजय, रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार की अर्धशतकीय पारी के बाद स्विंग होती पिच पर गेंदबाजों के सराहनीय प्रदर्शन की बदौलत भारत ने रविवार को लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली है। भारत से मिले 31
लंदन। मुरली विजय, रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार की अर्धशतकीय पारी के बाद स्विंग होती पिच पर गेंदबाजों के सराहनीय प्रदर्शन की बदौलत भारत ने रविवार को लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली है। भारत से मिले 319 रन के लक्ष्य के जवाब में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 105 रन पर चार विकेट गंवा दिए। वह अभी भी लक्ष्य से 214 रन पीछे है, जबकि भारत ऐतिहासिक जीत से छह विकेट दूर है। इंग्लिश बल्लेबाज जो रूट 14 और मोइन अली 15 रन बनाकर क्रीज पर खड़े हैं।
यदि भारत यहां जीत हासिल करने में सफल रहता है तो 'क्रिकेट का मक्का' कहे जाने वाले इस मैदान पर 28 सालों के बाद यह उसकी पहली जीत होगी। पिछली बार भारत ने 1986 में यहां जीत दर्ज की थी। जबकि 2007 के बाद इंग्लैंड में पहली जीत होगी। यदि इंग्लैंड जीत दर्ज करता है तो 1928-29 में एशेज टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल किए गए 332 के लक्ष्य के बाद यह सबसे बड़ा लक्ष्य होगा।
चौथी पारी में इंग्लैंड एक विकेट पर 70 रन बनाकर एक समय आरामदायक स्थिति में नजर आ रहा था, लेकिन अगले 14 गेंदों के भीतर तीन विकेट गंवाकर वह संकट की स्थिति में आ गया। इस बीच वह केवल दो रन ही जोड़ पाया। इशांत शर्मा (2/13) ने इयान बेल (01) और कप्तान एलिस्टेयर कुक (22) को चलता किया, जबकि मुहम्मद शमी (1/20) ने गैरी बैलेंस को आउट किया।
भारत को इस मजबूत स्थिति में पहुंचाने का बड़ा श्रेय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को जाता है, जिन्होंने बल्लेबाजी के दौरान काउंटर अटैक करते हुए 57 गेंदों पर नौ चौके लगाते हुए अहम 68 रन बनाए, जिससे एक समय मैच पर पकड़ बनाती दिख रही मेजबान टीम बैकफुट पर चली गई। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में सैम रॉबसन को पगबाधा करके इंग्लैंड को पहला झटका भी दिया।
इससे पहले मुरली विजय के शानदार 95 रनों की पारी के बाद जडेजा और भुवनेश्वर कुमार (52) की अर्धशतकीय पारी व आठवें विकेट के लिए निभाई गई 99 रनों की साझेदारी की मदद से भारत ने दूसरी पारी में 342 का स्कोर बनाया। चौथे दिन की सुबह भारतीय टीम ने चार विकेट पर 169 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। स्कोर में अभी 33 रन ही जुड़े थे कि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (19) प्लंकेट की गेंद पर इयान बेल को कैच दे बैठे। स्टुअर्ट बिन्नी भी नाकाम रहे और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
इस बीच एक छोर पर डटे हुए मुरली विजय लॉर्ड्स पर शतक बनाने से चूक गए। शतक से पांच रन पहले उन्हें इंग्लैंड के तेज गेदबाज जेम्स एंडरसन ने विकेटकीपर मैट प्रायर के हाथों कैच कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इसके बाद भारतीय पारी बुरी तरह लड़खड़ाती हुई दिख रही थी, लेकिन जडेजा और भुवनेश्वर की शानदार पारियों ने भारत को मैच में वापस ला दिया। जब भारत का स्कोर 334 रन था, तब जडेजा आउट हो गए। उनके बाद आए मुहम्मद शमी (00) भी कुछ खास नहीं कर पाए। भुवनेश्वर भारत की ओर से आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। इंग्लैंड की तरफ से प्लंकेट और स्टोक्स ने तीन-तीन विकेट झटके।
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