इस वजह से सचिन, सौरव, द्रविड़ और लक्ष्मण भी आ सकते हैं परेशानी में
बीसीसीआइ ने भारतीय क्रिकेट में हितों के टकराव के मामले को खत्म करने के लिए जो कदम उठाया है, उसकी चपेट में ये पूर्व चार दिग्गज खिलाड़ी भी आ जाएंगे। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएल लक्ष्मण भी इसके प्रभावितों में शामिल रहेंगे।
नई दिल्ली। बीसीसीआइ ने भारतीय क्रिकेट में हितों के टकराव के मामले को खत्म करने के लिए जो कदम उठाया है, उसकी चपेट में ये पूर्व चार दिग्गज खिलाड़ी भी आ जाएंगे। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएल लक्ष्मण भी इसके प्रभावितों में शामिल रहेंगे।
बीसीसीआइ ने सभी राज्य क्रिकेट एसोसिएशन को पत्र लिखकर कर इस बात की हिदायत दी गई है कि वह प्रत्येक खिलाड़ी/अधिकारी से हितों के टकराव के मामले में शपथ-पत्र (अंडरटेकिंग) ले। इसके तहत बीसीसीआइ या एसोसिएशन के साथ जुड़ने वाला व्यक्ति कोई कमर्शियल रिलेशन नहीं रख सकेगा। बोर्ड की यह योजना लागू हो गई तो फिर कई पूर्व क्रिकेटर्स को बोर्ड में उनके पदों पर बने रहने में परेशानी हो जाएगी। गौरतलब है कि जस्टिस लोढ़ा कमेटी ने ऑर्गनाइजेशन में रिफॉर्म की बात की थी।
इन्हें को हो सकती है दिक्कत
सचिन तेंदुलकरः बीसीसीआइ की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य होने के साथ ही आइपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के मेंटर भी हैं।
राहुल द्रविड़ः भारत अंडर-19 और इंडिया 'ए' के कोच हैं, इसके साथ ही आइपीएल में राजस्थान रॉयल्स टीम के मेंटर हैं।
वीवीएस लक्ष्मणः बीसीसीआइ की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और आइपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर भी।
सौरव गांगुलीः बीसीसीआइ क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और ब्रॉडकास्टर। अंतिम बार 2015 आइसीसी वर्ल्ड कप के लिए कमेंट्री की थी।
अनिल कुंबलेः बीसीसीआइ तकनीकी समिति के चेयरमैन और मुंबई इंडियंस टीम के मेंटर हैं और टेनविक के को-फाउंडर भी हैं। को-फाउंडर कंपनी स्पोर्ट्स ट्रेनिंग और कन्सल्टिंग का बिजनेस करती है।
ब्रजेश पटेलः बीसीसीआइ की न्यू एरिया डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव हैं। वे रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर (आरसीबी) में हेड (क्रिकेट ऑपरेशन) भी हैं।
रवि शास्त्रीः टीम इंडिया के डायरेक्टर और बीसीसीआइ के कमेंटेटर। फिलहाल, वे स्काय स्पोर्ट्स के लिए एशेज में विशेषज्ञ की भूमिका निभा रहे हैं। वे आईपीएल की गवर्निंग काउन्सिल के मेंबर भी हैं।
सुनील गावसकर: बीसीसीआइ के कमेंटेटर। वे प्रोफेशनल मैनेजमेंट ग्रुप चलाते हैं, जो स्पोर्ट्स मार्केटिंग एजेंसी है और मुंबई के बैट्समैन सरफराज खान जैसे यूथ क्रिकेटर्स को साइन करती है।
संजय बांगर : भारतीय क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ में होने के अलावा आइपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब के कोच भी हैं।
इस मामले में पूछे जाने पर ब्रजेश पटेल ने कहा कि क्रिकेटर्स को निशाना बनाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उनके आइपीएल अनुबंध के बावजूद बीसीसीआइ ने उन्हें नियुक्त किया है। हमें लोढ़ा समिति की रिपोर्ट आने तक इंतजार करना चाहिए।