EXCLUSIVE: नियमों के खिलाफ हुई है इस टीम इंडिया की घोषणा
जो टीम इंडिया इस समय न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है उसकी घोषणा में जरूरी नियमों का पालन नहीं किया गया।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। आपको जानकर हैरानी होगी कि जो टीम इंडिया इस समय न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है उसकी घोषणा में जरूरी नियमों का पालन नहीं किया गया। इस घालमेल पर बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने बाकायदा ईमेल लिखकर बीसीसीआइ के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और सीईओ राहुल जौहरी को चेताया है।
दैनिक जागरण ने सबसे पहले बताया था कि बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी के बीच अधिकारों की लड़ाई चल रही है। खन्ना ने इसको लेकर 18 अक्टूबर को ईमेल लिखकर कहा था कि बोर्ड के सभी फैसले लेने में प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। हालांकि इससे सबक सीखने की जगह अमिताभ ने मामले को एप्पल कंपनी को पास नहीं देने की तरफ मोड़ दिया था। इसके बाद खन्ना ने फिर से ईमेल जारी करके अमिताभ की बखिया उधेड़ी थी।
दैनिक जागरण के पास ये तीनों ईमेल मौजूद हैं। इसमें सबसे गंभीर बात यह है कि देश का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय टीम की घोषणा में भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। बीसीसीआइ के मुंबई दफ्तर से मिली ईमेल के अनुसार खन्ना ने अमिताभ को लिखा है कि आपसे और जौहरी से मेरी बात होने के बावजूद आपने (हालांकि आपने पहले अफसोस व्यक्त किया था) बीसीसीआइ के नियमों के खिलाफ जाकर आने वाली सीरीज के लिए टीम की घोषणा कर दी। इसके अलावा आपने भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के लिए एकतरफा पर्यवेक्षकों और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति कर दी। भारत-श्रीलंका सीरीज में इस प्रक्रिया को मत दोहराएं। किसी भी नियुक्ति से पहले मेरी अनुमति लें जैसा कि पहले होता आया है जब तक उसमें प्रशासकों की समिति का कोई आदेश नहीं हो। उन्होंने भारत-श्रीलंका सीरीज के लिए किसी भी नियुक्ति करने से पहले भी अध्यक्ष से अनुमति लेने को कहा है। मालूम हो कि अमिताभ ने हाल ही में भारत-न्यूजीलैंड टी-20 सीरीज और भारत-श्रीलंका सीरीज के दो टेस्ट के लिए घोषित टीम से पहले कार्यवाहक अध्यक्ष से ली जाने वाली जरूरी अनुमति नहीं ली थी। ऐसा कई बार से चल रहा है जिसे रोकने के लिए खन्ना को यह ईमेल लिखने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस मेल में खन्ना ने अमिताभ पर आइपीएल टिकट खरीदने के प्रस्ताव को लेकर सही तथ्यों को पेश नहीं करने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने इसमें यह भी कहा है कि कार्यवाहक सचिव ने आइसीसी से संबंधित आधिकारिक संचार में से ही कार्यवाहक सचिव की ईमेल को हटा दिया है जिससे बीसीसीआइ और आइसीसी के बीच होने वाली वार्ता के पारे में दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष को ही पता नहीं चल पा रहा है।