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पुराना जख्म अब भी ताजा है, चार साल बाद बदला लेने को तैयार टीम इंडिया

इंग्लैंड ने चार साल पहले भारतीय टीम को उसी के घर में उसी के पसंदीदा स्पिन ट्रैक पर चार मैचों की सीरीज में 2-1 से परास्त करके बहुत गहरा जख्म दिया था।

By ShivamEdited By: Published: Mon, 21 Nov 2016 07:37 PM (IST)Updated: Tue, 22 Nov 2016 03:09 PM (IST)
पुराना जख्म अब भी ताजा है, चार साल बाद बदला लेने को तैयार टीम इंडिया

विशाखापत्तनम, अभिषेक त्रिपाठी। इंग्लैंड ने चार साल पहले भारतीय टीम को उसी के घर में उसी के पसंदीदा स्पिन ट्रैक पर चार मैचों की सीरीज में 2-1 से परास्त करके बहुत गहरा जख्म दिया था। इंग्लिश स्पिनर ग्रीम स्वान ने उस सीरीज में 20 और मोंटी पनेसर ने 21 विकेट लिए थे। वह जख्म आज भी हरे हैं और राजकोट में हुए पहले टेस्ट में अंग्रेजों ने जिस तरह का खेल दिखाया उससे भारतीय प्रशंसकों को लगा कि शायद इस बार भी भारतीय अंग्रेजों से बदला नहीं ले पाएंगे, लेकिन विशाखापत्तनम में जिस तरह टीम इंडिया ने मेहमानों को हर विभाग में पस्त किया उससे अब बदला पूरा होने की आस जग गई है। सोमवार को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने 1-0 से बढ़त ले ली है अब दोनों टीमों को मोहाली, मुंबई और चेन्नई में तीन टेस्ट खेलने हैं। 26 नवंबर से मोहाली में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में भी स्पिन ट्रैक ही मिलने की आशा है और इस पर भी अंग्रेजों की राह बेहद कठिन होने वाली है।

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83 रनों पर आठ विकेट चटकाए

405 रनों का लक्ष्य हासिल करने उतरी इंग्लिश टीम ने रविवार को पहले विकेट के लिए 75 रन जोड़े थे, लेकिन उसके बाकी आठ विकेट सिर्फ 83 जोड़कर ही पवेलियन पहुंच गए। इसमें बड़ा योगदान भारतीय स्पिनरों का रहा। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और जयंत यादव की तिकड़ी ने दस में से आठ विकेट लिए। दो विकेट मुहम्मद शमी के खाते में गए। विराट कोहली को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया है। भारत को पांचवें और आखिरी दिन सोमवार को जीत के लिए आठ विकेट चाहिए थे जिसे उसने लंच के बाद तीन ओवरों में हासिल कर लिया।

धीमी बल्लेबाजी का रिकॉर्ड

दूसरे टेस्ट में 246 रनों की करारी शिकस्त खाने वाली इंग्लिश टीम अब बेहद दबाव में आ गई है। इंग्लैंड की टीम ने अपनी दूसरी पारी में 97.3 ओवर तक बल्लेबाजी की। मैच बचाने की उनकी उम्मीद सफल तो नहीं हो पाई, लेकिन धीमी बल्लेबाजी का एक नया रिकॉर्ड जरूर बन गया। इंग्लैंड की टीम भारतीय जमीन पर चौथी पारी में सबसे अधिक ओवर खेलने वाली पांचवीं टीम बन गई है। भारतीय मैदान पर चौथी पारी में सबसे अधिक ओवर तक बल्लेबाजी करने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के नाम है। अफ्रीकी टीम ने पिछले साल दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में 143.1 ओवर तक बल्लेबाजी की थी। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 1.62 के रन रेट से 158 रन बनाए जो उनकी सबसे धीमी बल्लेबाजी का दूसरा 'धीमा' रिकॉर्ड है। इंग्लैंड ने 1998 में श्रीलंका के खिलाफ 129.2 ओवर खेल कर 1.39 की औसत से 181 रन बनाए थे।

स्पिनरों के सामने खौफजदा अंग्रेज

इंग्लिश बल्लेबाज पांचवें दिन भारतीय स्पिनरों के सामने खौफजदा नजर आए। कुक (54) और हमीद (25) तो रविवार को ही आउट हो गए थे। इनके अलावा जो रूट (25) और जॉनी बेयरस्टॉ (नाबाद 34) ही दहाई के आंकड़े को छू पाए। बेन डकेट (00) को तो समझ में ही नहीं आ रहा था कि स्पिनरों को खेलें कैसे। हालत यह थी कि अंग्रेज किसी भी तरह मैच बचाने के लिए खेल रहे थे जिसके कारण उन पर दबाव और बढ़ गया। भारत को पता था कि मेहमान मैच को ड्रॉ कराना चाहते हैं। इसी वजह से कोहली को क्षेत्ररक्षकों को बाउंड्री के पास लगाने का सिरदर्द नहीं झेलना पड़ा। यही कारण रहा कि मोइन अली (02), स्टोक्स (06), रशीद (04), अंसारी (00), ब्रॉड (05) और जेम्स एंडरसन (00) आते-जाते रहे।

एंडरसन का किंग पेयर

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन मैच की दोनों पारियों में बिना खाता खोले पहली ही गेंद पर आउट हो गए। पहली पारी में अश्विन ने उन्हें पगबाधा किया तो दूसरी पारी में उन्हें जयंत ने पगबाधा किया। इसके चलते एंडरसन के नाम 'किंग पेयर' हो गया। टेस्ट की दोनों पारियों में पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट होने पर किंग पेयर कहा जाता है। एंडरसन से पहले इंग्लैंड की ओर से आखिरी बार ऐसा प्रदर्शन 110 साल पहले हुआ था। 1906 में एर्नी हेयस दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में बिना रन बनाए पहली ही गेंद पर दोनों पारियों में आउट हुए थे। इंग्लैंड की ओर से अब तक चार खिलाडि़यों ने किंग पेयर बनाया है। सबसे पहले 1892 में विलियम एटवेल ने और फिर बॉबी पील ने 1895 में किंग पेयर बनाया था। इन दोनों का यह प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था।

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