टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के लिए सबसे बड़े दावेदार को मिली इन दिग्गजों से कड़ी टक्कर, कट सकता है पत्ता ?
संजय बांगड़ की जगह टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच इऩ्हें बनाने की बात कही जा रही थी लेकिन अब उन्हें कुछ अन्य उम्मीदवारों से कड़ी टक्कर मिल रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के हेड कोच के चयन के बाद टीम के अन्य सपोर्टिंग स्टाफ के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया चालू है। अब टीम के बल्लेबाजी, गेंदबाजी व फील्डिंग कोच कौन होंगे इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है। टीम के बल्लेबाजी कोच के लिए सबसे बड़े दावेदार के तौर पर विक्रम राठौड़ (vikram rathour) को देखा जा रहा था। कहा जा रहा था कि वो संजय बांगड़ की जगह ले सकते हैं, लेकिन इस होड़ में लालचंद राजपूत भी शामिल हो गए हैं। लालचंद राजपूत (Lalchand Rajpoot) ने टीम के मुख्य कोच के लिए भी आवेदन किया था, लेकिन उनका चयन नहीं हो पाया था। अब लालचंद राजपूत ने भी बल्लेबाजी कोच पद के लिए इंटरव्यू दिया है जिसके बाद अब इस पद के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
हालांकि टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इशारा किया था कि टीम के मौजूदा सहयोगी स्टाफ को बरकरार रखा जा सकता है। इसके बाद ये माना जा रहा है कि गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच एस श्रीधर शायद टीम के साथ बने रह सकते हैं। वहीं टीम के मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को सबसे ज्यादा चुनौती मिल रही है क्योंकि इस पद से लिए सबसे ज्यादा दावेदार हैं। संजय 2014 से ही टीम इंडिया के साथ जुड़े हुए हैं और उनके रहते टीम इंडिया ने 119 वनडे और 50 टेस्ट मैच खेले हैं।
इस वक्त टीम के सहयोगी स्टाफ के लिए इंयरव्यू किए जा रहे हैं जो गुरुवार तक चलेगा। बल्लेबाजी कोच के लिए पूर्व भारतीय बल्लेबाज प्रवीण आमरे, मुंबई के पूर्व क्रिकेटर अमोल मजूमदार ने भी अपनी दावेदारी दी है। वहीं पूर्व भारतीय बल्लेबाज ऋषिकेश कानिटकर और दिल्ली के पूर्व बल्लेबाज मिथुन मन्हास ने भी अपनी दावेदारी बल्लेबाजी कोच पद के लिए पेश की है।
आपको बता दें कि टीम के सहयोगी स्टाफ का चयन भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्यचयनकर्ता एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति टीम करेगी। टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ के चयन में क्रिकेट सलाहकार समिति की किसी तरह की कोई भूमिका नहीं होगी।