ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान नहीं होगा टी-20 विश्व कप खिताब जीतना
ऑस्ट्रेलियाई टीम बेशक टेस्ट और वनडे प्रारूप में अपना दबदबा रखती हो मगर टी -20 प्रारूप में उसे अब तक कुछ खास हासिल नहीं हो सका है। अब तक पांच बार टी-20 विश्व कप का आयोजन हो चुका है मगर ऑस्ट्रेलिया एक बार भी इस खिताब को नहीं जीत पाई
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई टीम बेशक टेस्ट और वनडे प्रारूप में अपना दबदबा रखती हो मगर टी -20 प्रारूप में उसे अब तक कुछ खास हासिल नहीं हो सका है। अब तक पांच बार टी-20 विश्व कप का आयोजन हो चुका है मगर ऑस्ट्रेलिया एक बार भी इस खिताब को नहीं जीत पाई है। हां एक बार वो फाइनल तक पहुंची जरूर थी मगर उसे वहां इंग्लैंड के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
एक बार फिर से टी-20 विश्व कप का आयोजन भारत में होने जा रहा है और स्मिथ की अगुआई में कंगारु टीम इसमें हिस्सा लेगी। टीम इस खिताब को जीतने की कोशिश तो जरूर करेगी मगर मौजूदा वक्त में टीम की रैंकिंग, टी-20 मैचों में टीम का प्रदर्शन और भारतीय परिस्थिति को देखते हुए इस बार भी ऑस्ट्रेलिया की राह आसान नजर नहीं आ रही है। इसके अलावा भी कुछ ऐसी बातें हैं जिसे देखते हुए यही लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इस खिताब को शायद ही जीत पाएगी।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का ये रवैया
ऑस्ट्रेलिया इस प्रारूप में यदि कभी विश्व चैंपियन नहीं बन पाया है तो इसके लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ही सबसे बड़ा जिम्मेदार है। 2014 में हुए पिछले विश्व कप के बाद से वह अभी तक मात्र 8 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच ही खेल पाया है। इसमें भी अधिकांश मैचों के दौरान प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देने, दिग्गज खिलाड़ियों के चोटिल होने और सही टीम संयोजन नहीं होने की वजह से अधिकांश मैचों में उसकी चुनौती कमजोर रही। इन आठ मैचों में से वह मात्र 3 मैच जीत पाया जबकि 5 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। उसने एक बार पाकिस्तान को तथा दो बार दक्षिण अफ्रीका को हराया। भारत से उसे लगातार तीन मैचों में हराया जबकि दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से भी उसे एक-एक मैचों में शिकस्त मिली।
विश्व कप में यदि ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन पर नजर डाली जाए तो उसने 25 मैच खेले, जिसमें से 14 में उसे जीत मिली जबकि 11 में हार का सामना करना पड़ा। इसी प्रकार यदि अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों की बात की जाए तो कंगारू टीम ने 81 मैचों में से 40 में जीत दर्ज की जबकि 38 में उसे हार झेलनी पड़ी।