SMAT 2025: मैदान पर लौटते ही गरजा हार्दिक का बल्ला, वैभव सूर्यवंशी का शतक गया बेकार, दिल्ली को त्रिपुरा ने दी मात
तकरीबन ढाई महीने के बाद मैदान पर वापसी कर रहे हार्दिक पांड्या ने शानदार प्रदर्शन किया है और दमदार पारी खेल अपनी टीम बड़ौदा को जीत दिलाई है। वहीं वैभव ...और पढ़ें

हार्दिक पांड्या और वैभव सूर्यवंशी ने दिखाया दम
पीटीआई, हैदराबाद: दो महीने बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी कर रहे स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने मंगलवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब के विरुद्ध नाबाद 77 रनों की पारी खेलकर दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टी-20 सीरीज के लिए दावा ठोक दिया।
उनकी इस पारी के दम पर बड़ौदा ने ग्रुप सी मुकाबले में पंजाब को सात विकेट से हराया। हार्दिक ने 42 गेंद में सात चौकों और चार छक्कों की मदद से यह पारी खेली। पंजाब ने 20 ओवर में आठ विकेट पर 222 रन बनाए थे, जिसमें पिछले मैच में 12 गेंदों में अर्धशतक जड़ने वाले अभिषेक शर्मा ने 19 गेंदों में 50 रन बनाए। लेकिन उनकी यह पारी बेकार गई।
हार्दिक की पारी के दम पर बड़ौदा ने 19.1 ओवर में तीन विकेट पर 224 रन बनाए। सितंबर में दुबई में एशिया कप सुपर फोर्स में श्रीलंका के विरुद्ध खेलने के बाद हार्दिक का पहला प्रतिस्पर्धी मैच था। उन्होंने चार ओवर गेंदबाजी करके 52 रन दिए और एक विकेट भी लिया। हार्दिक को बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से खेलने की अनुमति मिली थी। मैदान पर हार्दिक की वापसी पर प्रशंसक उनके साथ सेल्फी लेते दिखे।
दिल्ली क्रिकेट का बुरा हाल
अहमदाबाद में दिल्ली का मौजूदा घरेलू सत्र में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। ग्रुप डी के मैच में आईपीएल खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद उसे त्रिपुरा की कमजोर मानी जाने वाली टीम के विरुद्ध पहली बार 12 रन से हार का सामना करना पड़ा। मौजूदा घरेलू सत्र में रणजी ट्रॉफी में भी दिल्ली को जम्मू-कश्मीर के विरुद्ध पहली बार शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली और सचिव अशोक शर्मा को टीम चयन, सहयोगी स्टाफ के चुनाव और सरनदीप सिंह की नियुक्ति को लेकर सवालों का सामना करना पड़ सकता है। टीम चयन की लगभग हर बैठक में चयनकर्ताओं के साथ सचिव अशोक शर्मा और संयुक्त सचिव अमित ग्रोवर बैठते हैं। किसी भी राज्य में चयनकर्ताओं के साथ उस राज्य संघ के दो-दो पदाधिकारी नहीं बैठते। आरोप लग रहे हैं कि चयनकर्ताओं पर दबाव डालने के लिए चयनसमिति में इन दोनों को बैठाया जाता है।
दिल्ली क्रिकेट में चयन को लेकर इस बार इतने भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं कि उनको गिनना भी सबके बस की बात नहीं। रणजी ट्रॉफी में दिल्ली को अपने आखिरी दोनों मैच जीतने के बावजूद नॉकआउट में पहुंचने के लिए किसी चमत्कार की जरूरत होगी। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी टीम चार में से दो मैच गंवाकर मुश्किल में है।
त्रिपुरा के 158 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली के बल्लेबाजों ने धीमी पिच पर निराश किया और मणिशंकर मूरासिंह (2/19) तथा विक्की साहा (2/29) की धारदार गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 145 रन ही बना सके। मूरासिंह ने इससे पहले 18 गेंद में नाबाद 25 रन की पारी भी खेली जिससे त्रिपुरा ने पांच विकेट पर 157 रन बनाए। श्रीदम पॉल 29 रन बनाकर टीम के शीर्ष स्कोरर रहे जबकि सलामी बल्लेबाज बिक्रमकुमार दास ने 28 रन की पारी खेली। दिल्ली के लिए नीतीश राणा (40 गेंद में 45 रन), आयुष बडोनी (13 गेंद में 14 रन) और प्रियांश (10 गेंद में आठ रन) जैसे बड़े नाम भी टीम को जीत नहीं दिला पाए।
सूर्यवंशी के नाबाद शतक के बावजूद हारा बिहार
कोलकाता में युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी की 61 गेंद में नाबाद 108 रन की पारी के बावजूद बिहार को मंगलवार को ग्रुप बी मैच में महाराष्ट्र के खिलाफ तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा। बिहार ने 14 साल के सूर्यवंशी की नाबाद पारी से तीन विकेट पर 176 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और सात छक्के मारे और टूर्नामेंट के इतिहास में शतक जड़ने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। इसके जवाब में महाराष्ट्र ने कप्तान पृथ्वी शॉ की 30 गेंद में 66 रन की पारी के अलावा नीरज जोशी(30), रंजीत निकम (27) और निखिल नाइक (22) की पारियों से पांच गेंद शेष रहते सात विकेट पर 182 रन बनाकर जीत दर्ज की।

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