अंतिम समय पर आग उगलते इस बल्लेबाज से न बच सका ऑस्ट्रेलिया
रोहित शर्मा और विराट कोहली के अर्धशतकों के बाद वो सुरेश रैना का ही जज्बा था जिसने भारत को अंतिम समय पर जीत दिलाई। उनकी ताबड़तोड़ पारी की मदद से भारत ने शेन वॉटसन के नाबाद शतक को नाकाम करते हुए तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया को
सिडनी। रोहित शर्मा और विराट कोहली के अर्धशतकों के बाद वो सुरेश रैना का ही जज्बा था जिसने भारत को अंतिम समय पर जीत दिलाई। उनकी ताबड़तोड़ पारी की मदद से भारत ने शेन वॉटसन के नाबाद शतक को नाकाम करते हुए तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर 3-0 से क्लीन स्वीप किया और टीम इंडिया दुनिया की नंबर एक टी20 टीम बनी।
ऑस्ट्रेलिया के 198 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने रोहित (52) और विराट कोहली (50) के अर्धशतकों के अलावा रैना की 25 गेंद में नाबाद 49 रन की पारी से अंतिम गेंद पर तीन विकेट पर 200 रन बनाकर टी-20 क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी तीसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। रैना ने छह चौके और एक छक्का जड़ा। इसके साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार द्विपक्षीय सीरीज जीती और 140 सालों में पहली बार किसी टीम ने कंगारुओं का उन्हीें की जमीन पर क्लीन स्वीप किया।
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रैना ने युवराज सिंह (12 गेंद में नाबाद 15) के साथ चौथे विकेट के लिए 5.1 ओवर में 53 रन की अटूट साझेदारी की। भारत को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 22 रन की दरकार थी, लेकिन वॉटसन (1/30) ने 19वें ओवर में महज पांच रन दिए, जिसके बाद अंतिम ओवर एंड्रयू टाई (0/51 रन) करने आए, जिसमें भारत को 17 रन चाहिए थे। युवराज ने उनकी पहली दो गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा। तीसरी गेंद पर बाइ का एक रन लेने के बाद रैना ने अगली दो गेंदों पर दो-दो रन बनाए और फिर अंतिम गेंद पर चौके के साथ भारत को जीत दिलाई।