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आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग: कोर्ट में उछला धौनी का नाम

मुद्गल समिति की रिपोर्ट में किन खिलाडिय़ों का नाम है, यह हर शख्स जानना चाहता है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट फिलहाल उन खिलाडिय़ों के नाम जगजाहिर नहीं करने के अपने फैसले पर टिका हुआ है। सोमवार को सुनवाई के दौरान क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (कैब) की वकील नलिनी चिदंबरम ने अदालत

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 05:56 AM (IST)Updated: Tue, 25 Nov 2014 06:27 AM (IST)
आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग: कोर्ट में उछला धौनी का नाम

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। मुद्गल समिति की रिपोर्ट में किन खिलाडिय़ों का नाम है, यह हर शख्स जानना चाहता है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट फिलहाल उन खिलाडिय़ों के नाम जगजाहिर नहीं करने के अपने फैसले पर टिका हुआ है। सोमवार को सुनवाई के दौरान क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (कैब) की वकील नलिनी चिदंबरम ने अदालत से खिलाडिय़ों के नाम उजागर करने की अपील की थी।

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नलिनी का कहना था कि 'नंबर 02' और 'नंबर 03' (मुद्गल रिपोर्ट में नामजद खिलाड़ी) का नाम जाने बगैर 'नंबर 01' (गुरुनाथ मयप्पन) और 'नंबर 13' (एन श्रीनिवासन) से उनके संबंधों को लेकर बहस नहीं की जा सकेगी। उन्होंने कहा, हम जानना चाहते हैं कि ये 'व्यक्ति' कौन हैं?'

इसके बाद जस्टिस टीएस ठाकुर और एफएम कलीफुल्ला इस मसले पर चर्चा करने के लिए चले गए और लौट कर कहा कि वे खिलाडिय़ों के नाम उजागर नहीं करना चाहते, क्योंकि ऐसा करने से 15 नवंबर को उनके द्वारा दिया गया निर्देश का उल्लंघन होगा।

नलिनी ने इसके बाद कहा, 'यदि मानें की 'नंबर 02' मिस्टर धौनी हैं।' इस पर एक जज ने कहा, 'कल्पना करें और बहस करें'। इस पर नलिनी ने कहा, 'यदि हम माने कि 'नंबर 02' चेन्नई सुपरकिंग्स का सदस्य है, ऐसे में हमें मयप्पन के साथ उसके संबंध व लेन-देन के बारे में जानने की जरूरत होगी।' इस बिंदु पर बीसीसीआइ का प्रतिनिधित्व कर रहे सीए सुंदरम ने कहा कि बोर्ड पहले ही किसी भी नाम का खुलासा नहीं करने का आग्रह कर चुका है। हम किसी भी तरह की कयासबाजी से बचना चाहते हैं।

जस्टिस ठाकुर ने कहा कि हम खिलाडिय़ों के नाम उजागर नहीं कर सकते, लेकिन मुद्गल रिपोर्ट के अनुसार यह बता सकते हैं कि 'नंबर 02' गुरुनाथ मयप्पन के साथ 'लगातार संपर्क' में बना रहता था। याचिकाकर्ता की वकील इन संबंधों को आधार बनाकर बहस कर सकती हैं।

कोर्ट ने कैब की वकील की उस अपील को भी खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने श्रीनिवासन द्वारा तमिलनाडु क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के तौर पर बीसीसीआइ की कार्यकारी समिति की बैठक करने का विरोध दर्ज कराया था। कोर्ट ने कहा, 'आप मामले को और बड़ा और जटिल बनाने की कोशिश कर रही हैं।'

आदित्य की मदद कर रहे मोदी

नई दिल्ली। स्पॉट फिक्सिंग मामले की सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई के चंद घंटे बाद आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने खुलासा किया कि एन श्रीनिवासन के खिलाफ कानूनी लड़ाई में वह क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (कैब) के सचिव आदित्य वर्मा को कानूनी लड़ाई के लिए पैसे व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

मोदी ने कहा कि बात फंड देने की नहीं है। मैं क्रिकेट की भलाई चाहता हूं। क्रिकेट से गंदगी साफ होनी चाहिए। पूर्व जज फिक्सिंग मामले की स्वतंत्र जांच कर रहे हैं और मामला सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में है। ऐसे में वह आदित्य वर्मा को केवल मदद पहुंचा रहे हैं। मोदी के इस खुलासे से श्रीनिवासन और उनके बीच लड़ाई खुलकर सामने आ गई है।

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