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बीसीसीआइ अध्यक्ष पद संभालेंगे श्रीनिवासन

सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) से अलग रहने की शर्त के साथ कार्यभार संभालने की इजाजत दे दी है। इसके अलावा कोर्ट ने आइपीएल-6 में संट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी की जांच के लिए पंजाब एंव हरियाणा हाई कोर्ट के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने का आदेश दिया।

By Edited By: Published: Tue, 08 Oct 2013 04:34 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2013 12:03 AM (IST)
बीसीसीआइ अध्यक्ष पद संभालेंगे श्रीनिवासन

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) से अलग रहने की शर्त के साथ कार्यभार संभालने की इजाजत दे दी है। इसके अलावा कोर्ट ने आइपीएल-6 में संट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी की जांच के लिए पंजाब एंव हरियाणा हाई कोर्ट के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने का आदेश दिया।

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मंगलवार को न्यायमूर्ति एके पटनायक और न्यायमूर्ति जेएस खेहर की खंडपीठ ने बीसीसीआइ और याचिकाकर्ता क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति मुद्गल की अध्यक्षता में जांच दल गठित करने का निर्देश दिया। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एल नागेश्वर राव और असम क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिवक्ता निलय दत्ता जांच समिति के सदस्य होंगे। समिति को चार महीने के अंदर जांच पूरी करनी होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को न्यायमूर्ति मुद्गल की अध्यक्षता में जांच समिति के गठन लेकर दोनों पक्षों को अपनी राय देने का प्रस्ताव रखा था। दोनों पक्षों ने मंगलवार को कोर्ट के प्रस्ताव पर सहमति जताई। सीएबी की याचिका में श्रीनिवासन को चुनाव लड़ने से रोकने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने श्रीनिवासन को बीसीसीआइ की किसी भी समिति में शामिल करने से रोकने के लिए कोर्ट से अनुरोध किया था। आइपीएल-6 में चेन्नई सुपरकिंग्स के पूर्व शीर्ष अधिकारी और अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के संट्टेबाजी में फंसने के बाद श्रीनिवासन ने खुद को कुछ समय के लिए अध्यक्ष पद से अलग कर लिया था, लेकिन श्रीनिवासन लगातार यह दावा करते रहे थे कि मयप्पन मामले से उनका कुछ लेना देना नहीं है और वह हर हाल में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। श्रीनिवासन ने एक साल और चुनाव लड़ने के नियम का फायदा उठाते हुए दोबारा अध्यक्ष पद हासिल करने में सफलता पाई।

बोर्ड ने किया फैसले का स्वागत :

बीसीसीआइ के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। बीसीसीआइ सचिव संजय पटेल ने कहा, 'हमने हमेशा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और आदेशों का सम्मान किया है। बीसीसीआइ पूरी विनम्रता के साथ न्यायालय के आदेश को स्वीकार करता है। हमें खुशी है कि श्रीनिवासन अध्यक्ष पद की अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर पाएंगे। श्रीनिवासन ने खुद को बोर्ड की गतिविधियों से दूर कर लिया था और एक बार भी बोर्ड ने कोई नियम नहीं तोड़ा।'

बीसीसीआइ के संयुक्त सचिव और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, 'निश्चित तौर पर यह राहत की बात है कि श्रीनिवासन अब औपचारिक तौर पर बीसीसीआइ का कार्यभार ग्रहण कर पाएंगे। उन्हें सर्वसम्मति से बीसीसीआइ का अध्यक्ष चुना गया था और सदस्यों को एक प्रशासक के रूप में उनकी क्षमताओं पर काफी भरोसा है।'

'मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मैं कार्य करना दोबारा शुरू कर सकता हूं और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकता हूं। इसलिए मैं काफी खुश हूं क्योंकि बीसीसीआइ को किसी की जरूरत थी।'

- एन श्रीनिवासन

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