टीम इंडिया की जीत पर ये पूर्व भारतीय खिलाड़ी हैं आश्चर्यचकित
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर चार टेस्ट की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पर मेजबान टीम की 3-0 की जीत से आश्चर्यचकित हैं। गावस्कर का मानना हैं कि मेहमान टीम भारतीय पिचों पर खेलने के लिए सक्षम नहीं थी।
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर चार टेस्ट की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पर मेजबान टीम की 3-0 की जीत से आश्चर्यचकित हैं। गावस्कर का मानना हैं कि मेहमान टीम भारतीय पिचों पर खेलने के लिए सक्षम नहीं थी।
गावस्कर ने कहा- मैंने भारत के टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मीद की थी, लेकिन 3-0 के अंतर से नहीं। मगर खिलाडियों ने यह हासिल किया और यह उनके जज्बे को दिखाता है, विशेषकर टी-20 और वन-डे सीरीज हारने के बाद। गावस्कर ने एक बार फिर दोहराया कि सीरीज के दौरान पिचों को जो अत्यधिक मुद्दा बनाया गया, वैसा करने की जरुरत नहीं थी।
उन्होंने कहा- जब भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर हारती है तो क्या कोई कहता है कि वे पिचों के तेज और उछाल भरा होने के कारण हार गए। दक्षिण अफ्रीका सीरीज हारा क्योंकि उनके बल्लेबाज भारतीय पिचों पर खेलने में अक्षम थे। यह सामान्य सी बात है।
स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सीरीज में 31 विकेट चटकाकर अपने 32 टेस्ट के करियर में पांचवीं बार 'मैन आफ द सीरीज का खिताब जीता' और सचिन तेंदुलकर (200 टेस्ट) व वीरेंद्र सहवाग (104 टेस्ट) के रिकॉर्ड की बराबरी की। अश्विन की सफलता से गावस्कर हैरान नहीं हैं।
उन्होंने कहा- मैं इससे बिलकुल भी हैरान नहीं हूं। पिछले एक साल में उसमें काफी सुधार हुआ है। उसके काफी अच्छी तरह सामंजस्य बैठाया और एक ओवर में छह अलग तरह की गेंद फेंकने की कोशिश नहीं करता। एक बल्लेबाज के रुप में उसके योगदान को मत भूलिए। मैं उसे रविंद्र जडेजा और ऋद्धिमान साहा से ऊपर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता हूं।
गावस्कर ने तेज गेंदबाज उमेश यादव की भी तारीफ की, जिन्होंने पांचवें और अंतिम दिन आखिरी सत्र में जल्दी-जल्दी तीन विकेट चटकाकर भारत की 337 रन की जीत सुनिश्चित की।