कल रात अंपायर ने की ऐसी चूक, सब सोचते रह गए कि आखिर ये हुआ क्या
ये मौका आया था लक्ष्य का पीछा कर रही पुणे की पारी के दौरान।
[स्पेशल डेस्क], नई दिल्ली। आइपीएल-10 के फाइनल मैच के दौरान एक ऐसा मौका आया था जब शायद मैच में एक ऐसा ट्विस्ट आता कि अंतिम गेेंद तक बात ही नहीं पहुंचती। ये मौका आया था लक्ष्य का पीछा कर रही पुणे की पारी के दौरान।
- क्या थी स्थिति
मुंबई ने पुणे को 130 रनों का लक्ष्य दिया था। पुणे की टीम ने 71 रन तक अपने दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए थे। पिच पर कप्तान स्टीवन स्मिथ शानदार बल्लेबाजी करते हुए टिके हुए थे। रहाणे के विकेट के बाद अगर स्मिथ भी आउट हो जाते तो धौनी व बाकी बचे बल्लेबाजों पर दबाव आ जाता और पुणे का अंतिम ओवर तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता।
- फिर आई वो गेंद
पिच पर धौनी और स्मिथ बल्लेबाजी कर रहे थे। स्मिथ स्ट्राइक पर थे और सामने गेंदबाज थे कृणाल पांड्या। 14वें ओवर की ये पांचवीं गेंद कृणाल ने लेग साइड पर फेंकी। स्मिथ ने इस पर पैडल स्वीप खेलने का अनचाहा सा प्रयास किया लेकिन गेंद बिना कुछ छुए सीधे कीपर पार्थिव पटेल के हाथों में चली गई। पार्थिव और कृणाल ने लंबी अपील की लेकिन अंपायर निजेल लॉन्ग ने नॉटआउट का फैसला दिया। चौंकाने वाली बात ये रही कि उधर स्टीवन स्मिथ भी वाइड गेंद का इशारा मांग रहे थे और अंपायर ने वो फैसला भी नहीं दिया। यानी गेंद लेग साइड से बाहर गई, खिलाड़ी आउट भी नहीं हुआ क्योंकि अंपायर के मुताबिक गेंद बल्ले या ग्लव्स से नहीं लगी लेकिन अगर ऐसा था तो गेंद वाइड होनी चाहिए थी, और वो भी नहीं हुआ। सब हैरान रह गए।
स्टीव स्मिथ की इस छोटी सी ‘नादानी’ ने पुणे के हाथ से छीना IPL का ताज
- फिर जब रीप्ले दिखाया गया
इसके बाद जब टीवी रीप्ले में इस गेंद को स्निकोमीटर (आवाज भांपने वाली मशीन) की मदद से दिखाया गया तो ये दिखा कि गेंद स्मिथ के ग्लव्स से छूती हुई गई थी। गेंद और ग्लव्स के बीच संपर्क काफी हल्का था शायद इसीलिए अंपायर इसको भांप नहीं सके। हालांकि सवाल तो उठेगा ही कि अंपायर ने न तो आउट का फैसला दिया, न वाइड गेंद दी और अगर वो असमंजस में थे तो उन्होंने थर्ड अंपायर की मदद क्यों नहीं ली। आखिरकार स्टीव स्मिथ ने कप्तानी पारी खेली और टीम को जिताने का पूरा प्रयास किया। वो अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर 51 रन बनाकर आउट हुए और पुणे ने ये मैच और खिताब अंतिम गेंद पर एक रन से गंवा दिया।